नई दिल्ली: NDA को सत्ता से दूर रखने के लिए आज इंडिया गठबंधन भी बैठक करने जा रहा है. जिसमें 27 दलों के नेता मौजूद रहेंगे. बैठक में राहुल गांधी, सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, आम आदमी पार्टी की ओर से संजय सिंह, राघव चड्ढा, अखिलेश यादव, शरद पवार, उद्धव ठाकरे, एमके स्टालिन, सीताराम येचुरी, डी राजा, तेजस्वी यादव और अभिषेक बनर्जी शामिल होंगे. वहीं, एनडीए की बैठक भी होने वाली है, जिसमें उसके सभी सहयोगी दलों के नेता हिस्सा लेंगे.
इंडिया गठबंधन को इस बार 543 लोकसभा सीटों में से अच्छी सीटें हासिल हुई है. अकेले कांग्रेस को 99 सीटों पर जीत हासिल हुई है. इसके चलते विपक्षी 'इंडिया गठबंधन' के सहयोगी दलों में से कांग्रेस अकेली ऐसी पार्टी है, जिसको अपने दम पर सबसे ज्यादा 99 सीटें हासिल हुई हैं. इसके बाद कांग्रेस सबसे बड़ा राजनीतिक दल है, जिसको 'इंडिया गठबंधन' में ज्यादा सीटें प्राप्त हुई हैं. समाजवादी पार्टी 37 सीटें हासिल करने के बाद दूसरे नंबर की पार्टी बनी है. वहीं, अब 'इंडिया गठबंधन' देश में नई सरकार बनाने के लिए पुरजोर कोशिश में जुटा है क्योंकि बीजेपी को अपने दम पर सिर्फ 240 सीटें हासिल हुई हैं, जो बहुमत के आंकड़े से कम हैं.
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इस वजह से 'इंडिया गठबंधन' इस चुनाव में उसकी बड़ी हार मान रहा है. हालांकि, एनडीए को इस चुनाव में 292 सीट हासिल हुई है, जो बहुमत के 272 के आंकड़ें से ज्यादा है. इसके चलते बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए सरकार बनाने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आने वाली है. लेकिन एनडीए के दो बड़े सहयोगी दल नीतीश कुमार की अगुवाई वाली वाले जदयू और चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाले तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) को बीजेपी के बाद सबसे ज्यादा सीटें हासिल हुई हैं. 'इंडिया गठबंधन' दल इन दोनों एनडीए के घटक दलों पर लगातार डोरे डाल रहा है.
नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू पर टिकी निगाहें: सत्ता के गलियारों में इसको लेकर चर्चा जोर शोर से है कि 'इंडिया गठबंधन' के शीर्ष नेता नीतीश कुमार और एन चंद्रबाबू नायडू को अपने पाले में लाने की हर संभव कोशिश में जुटे हैं. आज 'इंडिया गठबंधन' की होने वाली अहम मीटिंग में इन सभी पहलुओं पर खास चर्चा होने की प्रबल संभावना है जिससे इन दोनों दलों के नेताओं को 'इंडिया गठबंधन' की सरकार बनाने के लिए साथ लाने का प्रयास किया जा सके. दोनों को गठबंधन का हिस्सा बनाने के लिए कई तरह के 'ऑफर' देने की बातें भी सामने आ रही हैं. इन दोनों दलों के नेताओं को 'किंग मेकर' के रूप में देखा जा रहा है.
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एक ही फ्लाइट से दिल्ली पहुंचे नीतीश और तेजस्वी: इस पूरे मामले में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुखिया शरद पवार पूरी बैटिंग कर रहे हैं. माना जा रहा है कि उनकी कई नेताओं से बात भी चल रही है. हालांकि इसकी अभी उनकी तरफ से किसी प्रकार की कोई पुष्टि नहीं की गई है. सत्ता के गलियारों में इस तरह की चर्चाएं काफी तेजी से चल रही हैं. नीतीश कुमार के तेजस्वी यादव के साथ एक ही फ्लाइट से दिल्ली आने की आई तस्वीरों ने इस तरह की चर्चाओं को और हवा दे दी है. उधर, भाजपा भी अपने एनडीए के सहयोगी दलों के साथ पूरी तरीके से संपर्क बनाए हुए हैं, जिससे वह कोई पाला न बदल पाएं.
एक भी सीट नहीं जीत पाई आम आदमी पार्टी: आम आदमी पार्टी की बात करें तो दिल्ली की सातों सीटों में से उसको एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं हो पाई है. जबकि, वह इस चुनाव में अपने आप को बड़े विपक्ष के रूप में प्रोजेक्ट किए हुए थे. दिल्ली की 7 सीटों में से 4 पर आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी सीधे तौर पर लड़ रहे थे. 3 सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी सीधे तौर पर लड़े, लेकिन तीन बार से दिल्ली की सत्ता पर काबिज रही आम आदमी पार्टी को अपने बलबूते ही नहीं बल्कि 'इंडिया गठबंधन' के साथ मिलकर लड़ने के बाद भी 7 में से एक सीट पर भी जीत हासिल नहीं हो पाई है.
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