दुमकाः जिला में गुरुवार को इंडिया गठबंधन के प्रमुख प्रत्याशियों ने अपना नामांकन दाखिल किया. इसमें जरमुंडी से कांग्रेस प्रत्याशी बादल पत्रलेख, दुमका से झामुमो प्रत्याशी बसंत सोरेन और शिकारीपाड़ा से झामुमो प्रत्याशी के तौर पर आलोक सोरेन ने अपना नॉमिनेशन किया. सभी ने चुनावी मुद्दों को गिनाते हुए जीत का दावा किया है.
युवाओं को रोजगार देना मेरा प्रमुख मुद्दा- बसंत सोरेन
झारखंड मुक्ति मोर्चा प्रत्याशी के तौर पर दुमका विधानसभा क्षेत्र के लिए निवर्तमान विधायक और हेमंत सोरेन के छोटे भाई बसंत सोरेन ने नामांकन भरा. बसंत सोरेन ने एक सेट में नॉमिनेशन किया है. नामांकन के बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि वैसे तो वर्तमान में मैं दुमका का विधायक हूं और मेरे प्रयास से यहां विकास के काफी कार्य हुए हैं पर इसके अतिरिक्त जो भी कार्य छूट गए हैं या फिर जनता की जो आकांक्षा है, उसे पूरी करना मेरी प्राथमिकता होगी.
बसंत सोरेन ने कहा कि वैसे इस बार का मेरा सबसे बड़ा मुद्दा होगा युवाओं को रोजगार देना. रोजगारपरक योजनाओं को धरातल पर लाकर युवाओं को काम देना, उन्हें आत्मनिर्भर बनाना मेरी प्राथमिकता रहेगी. उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से भाजपा के प्रत्याशी सामने होंगे और इलेक्शन में चुनौती तो होती ही है. हमेशा की तरह इस बार भी उन चुनौतियों का मजबूती से सामना किया जाएगा.
मेरे किये गए कार्यों को देख जनता मुझे फिर देगी मौका- बादल पत्रलेख
दुमका जिला के जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर आज हेमंत सरकार के मंत्री बादल पत्रलेख ने पर्चा दाखिल किया. नॉमिनेशन के बाद उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार के कार्यकाल में जनता के हित में अनगिनत कार्य हुए हैं. इसके साथ ही मेरे कृषि विभाग में भी किसानों के लिए काफी काम हुआ, सम्पूर्ण क्षेत्र का विकास हुआ है. इन्हीं सब कार्यों को देखते हुए जनता मुझे एक बार फिर से अपनी सेवा का अवसर प्रदान करेगी.
बादल पत्रलेख ने कहा कि मुझे जो पांच वर्षों का अवसर मिला इसे पूरी तरह से मैं राज्य और अपने क्षेत्र की जनता को दिया है. लोगों का प्यार काफी मिला और यह सब देखकर लगता है कि एक बार फिर जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस का परचम लहराने वाला है. साथ ही उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के द्वारा जो बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा उठाया जा रहा है, यह उनका अपना मुद्दा है पर यहां के लोगों को सारी वास्तविकता की जानकारी है.
नलिन सोरेन के पुत्र आलोक सोरेन ने किया नामांकन
दुमका जिला के शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र से झामुमो प्रत्याशी के तौर पर आलोक सोरेन ने नामांकन दाखिल किया. आलोक सोरेन दुमका सांसद नलिन सोरेन के पुत्र हैं, जिन्होंने लगातार सात बार शिकारीपाड़ा विधानसभा से जीत दर्ज की है. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि आठवीं बार जब उनके पुत्र मैदान में आ गए हैं तो उनका कैसा प्रदर्शन रहता है. नॉमिनेशन के बाद आलोक सोरेन ने कहा कि मेरी जीत पक्की है. मेरे पिता ने क्षेत्र की जनता के लिए वर्षों तक काम किया है, निश्चित रूप से उसका फायदा मुझे मिलेगा. उन्होंने कहा कि भाजपा ने परितोष सोरेन को टिकट दिया है, जो हाल ही में एक क्षेत्रीय भाषा के फिल्म के हीरो के रूप में भी सामने आए थे, उन्हें उसी क्षेत्र में अपना भाग्य आजमाना चाहिए.
जामताड़ा सीट इरफान अंसारी ने भरा पर्चा
जामताड़ा विधानसभा हॉट सीट बन गयी है. एक तरफ इंडिया गठबंधन के लगातार दो बार विधायक मंत्री इरफान अंसारी प्रत्याशी हैं. वहीं दूसरी तरफ भाजपा से सीता सोरेन चुनावी मैदान में हैं. गुरुवार को नामांकन करने के लिए हजारों की संख्या में समर्थकों के साथ इरफान अंसारी निर्वाची पदाधिकारी कार्यालय पहुंचे. जहां उन्होंने पर्चा दाखिल किया. नामांकन के बाद इरफान अंसारी ने मीडिया से वार्ता करते हुए कहा कि उनके साथ जामताड़ा विधानसभा के जनता का स्नेह है. उन्होंने पूरी उम्मीद जताई है कि लगातार तीसरी बार भी जनता का स्नेह उन्हें मिलेगा और वे विधायक बनेंगे. बता दें कि भाजपा प्रत्याशी सीता सोरेन अभी तक नामांकन नहीं किया है.
इसे भी पढ़ें- Jharkhand Election 2024: जमशेदपुर में नामांकन की गहमागहमी, बन्ना गुप्ता, सरयू राय, मीरा मुंडा ने किया नामांकन
इसे भी पढ़ें- Jharkhand Vidhan Sabha Chunav 2024: मेगा नोमिनेशन डे, सीपी सिंह सहित कई दिग्गजों ने भरा पर्चा