दौसा. लोकसभा चुनाव 2024 में प्रथम चरण में शनिवार को निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा और कैलाश मीणा ने अपना नामांकन वापस ले लिया. जिससे कांग्रेस खेमे में खुशी की लहर दौड़ गई. वहीं बीजेपी ने जीत के लिए नई रणनीति बनाना शुरू कर दिया है.
दौसा से नरेश मीणा के चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद लोकसभा में कांग्रेस, भाजपा और निर्दलीय प्रत्याशी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने के आसार बन गए थे. अब दौसा लोकसभा में कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधी टक्कर देखने को मिलेगी. वहीं मौजूदा राजनीतिक हालातों की बात की जाए, तो नरेश मीणा नाम वापसी के बाद दौसा लोकसभा में कांग्रेस खेमा ज्यादा मजबूत नजर आ रहा है. नामांकन वापसी के बाद नरेश मीना ने मीडिया से बात करते हुए अपने नामांकन को वापस लेने का कारण कांग्रेस पार्टी के हित में बताया है.
चुनाव में कांग्रेस पार्टी के लिए करूंगा काम: उन्होंने कहा कि मैंने दौसा लोकसभा से अपना नामांकन कांग्रेस पार्टी के हित में और जनभावनाओं की कद्र करते हुए वापस लिया है. कांग्रेस पार्टी जहां भी प्रचार के लिए मुझे भेजेगी, वहां जाकर पार्टी के लिए काम करूंगा. नरेश मीना द्वारा बीते दिनों दौसा से कांग्रेस प्रत्याशी मुरारी लाल मीणा के खिलाफ दिए एक बयान के सवाल पर उन्होंने कहा कि अब वो बात गई. फिलहाल नामांकन वापसी के बाद मैं कांग्रेस के लिए काम करूंगा.
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कांग्रेस-भाजपा में होगी सीधे टक्कर: वहीं नरेश मीणा के नामांकन के बाद एक तरफ कांग्रेस खेमे में खुशी का माहौल है. वहीं भाजपा अपनी रणनीति नए सिरे से बनाने में जुट गई है. क्योंकि नरेश मीना के नामांकन वापसी के बाद दौसा में अब बीजेपी की जीत की राह आसान नजर नहीं आ रही है. अब भाजपा प्रत्याशी कन्हैया लाल मीणा और कांग्रेस प्रत्याशी मुरारीलाल मीणा के बीच सीधी टक्कर देखने को मिलेगी. मौजूदा हालातों में दौसा में अभी तक कांग्रेस का पलड़ा भारी नजर आ रहा है.