पटना: थोड़ी देर में तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के उपचुनाव का परिणाम सामने आ जाएगा. अब तक की मतगणना के आधार पर निर्दलीय प्रत्याशी वंशीधर ब्रजवासी की जीत तय नजर आ रही है. उन्होंने चौंकाते हुए जेडीयू-आरजेडी और जन सुराज पार्टी के उम्मीदवारों को पीछे छोड़ दिया है. शिक्षक नेता वंशीधर ब्रजवासी हमेशा शिक्षकों के हित में आवाज उठाते रहे हैं. केके पाठक से उनका टकराव जगजाहिर है.
केके पाठक से भी टकरा चुके हैं वंशीधर: वंशीधर ब्रजवासी अपने लड़ाकू स्वभाव के लिए जाने जाते हैं. जब केके पाठक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव थे, तब शिक्षकों के हित के लिए वह उनसे भी टकरा गए थे. जिस वजह से उनको निलंबित कर दिया गया था. इसके बावजूद उनके तेवर में कोई कमी नहीं आई. वह लगातार सड़कों पर शिक्षकों और स्नातकों की आवाज उठाते रहे, जिसका नतीजा ये रहा कि आज उनको एमएलसी उपचुनाव में भारी समर्थन मिला.
विधान परिषद् उपचुनाव के चौथे राउंड के मतों की गिनती के बाद शिक्षक नेता वंशीधर ब्रजवासी को 12427 मत मिले, 4 राउंड की गिनती अभी बाकी। pic.twitter.com/nbOilmSyFi
— Educators of Bihar (@BiharTeacherCan) December 10, 2024
शिक्षकों के आवाज बनेंगे ब्रजवासी: अपनी उम्मीदवार के दौरान वंशीधर ब्रजवासी ने कहा था कि सरकार ने शिक्षकों को उनका अधिकार दिलाने के बजाय दमन की राजनीति की है. उन्होंने कहा था कि शिक्षकों को न आईकार्ड मिला, न उनके अधिकारों की रक्षा हुई. हमारी उम्मीदवारी शिक्षकों और स्नातकों के हक की आवाज बुलंद करने के लिए हैं.
कौन हैं वंशीधर ब्रजवासी?: आपको बताएं कि निर्दलीय प्रत्याशी वंशीधर ब्रजवासी पेशे से शिक्षक हैं और परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं. वह लगातार शिक्षकों के हित में आवाज उठाते रहे हैं. इस उपचुनाव में उनको मुजफ्फरपुर, वैशाली, सीतामढ़ी और शिवहर के स्नातक मतदाताओं को भरपूर समर्थन मिला है. यही वजह है कि उन्होंने जनता दल यूनाइटेड, राष्ट्रीय जनता दल और जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार को बड़े अंतर से हरा दिया.
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