आगरा : भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर आगरा किला के साथ ही अन्य ऐतिहासिक इमारतें जगमग की हैं. एएसआई ने मंगलवार देर शाम जंग-ए-आजादी की गवाह रहा आगरा किले को तिरंगे की रोशनी से जगमग किया. इसके साथ ही फतेहपुर, सिकंदरा और अन्य स्मारक भी तिरंगा रोशनी में सज उठे हैं. एएसआई का माल रोड स्थित मुख्यालय भी तिरंगी रोशनी में सजाया गया है. इसे देखकर लोग मंत्रमुग्ध हो गए.
आगरा किला देश की शान का प्रतीक है. यह राजपूत, लोदी, मुगलिया सल्तनत और ब्रिटिश हुकूमत तक का गवाह है. यह जंगे आजादी का गवाह है. एएसआई ने इसे तिरंगा रोशनी से जगमग किया है. इसका नाम इतिहास के पन्नों पर स्वर्णिम शब्दों से लिखा है. बादलगढ़ के नाम से मशहूर इस कच्चे किला का भव्य निर्माण सन 1573 में मुगल बादशाह अकबर ने करवाया था. इसमें मुगल बादशाह ने अपने हिसाब से निर्माण कार्य कराए. आगरा किला में जहांगीर महल, खास महल, मुसम्मन बुर्ज, शीश महल, नगीना मस्जिद दीवान ए खास, दीवान ए आम और अन्य महल मौजूद हैं.
अकबर टॉम्ब या सिकंदरा मकबरा : मुगल बादशाह अकबर ने अपने जीते जी खुद के लिए मकबरा बनाया था. यह सिकंदरा स्मारक या अकबर टॉम्ब के नाम से जाना जाता है. यह हिंदू, ईसाई, इस्लामिक, बौद्ध और जैन कला का एक बेहतरीन मिश्रण है. इस मकबरे का निर्माण मुगल बादशाह अकबर की मृत्यु के बाद जहांगीर ने पूरा करवाया था. इसे भी एएसआई ने जगमग किया है.
बेबी ताज भी तिरंगा रोशनी में नहाया : मुगल बादशाह जहांगीर की बेगम नूरजहां ने अपने पिता मिर्जा ग्यास बेग की याद में सफेद मार्बल का बेहद खूबसूरत स्मारक बनवाया था. यह बेबी ताज के नाम से जाना जाता है. वैसे इस स्मारक का नाम एत्मादउद्दौला है. इसका निर्माण नूरजहां ने सन 1622 से 1628 के बीच कराया था.
पंच महल भी जगमग : मुगल बादशाह अकबर ने अपनी राजधानी आगरा से फतेहपुर बनाई थी. बादशाह अकबर ने फतेहपुर सीकरी में महल और अन्य स्मारक बनवाए. इसमें पंच महल, समेत अन्य महल शामिल हैं. इसे भी स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर तिरंगा रोशनी से जगमग किया गया है. ऐसे ही बीरबल का महल भी रोशनी में नहलाया गया है.