हमीरपुर: सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के गृह जिले हमीरपुर में उपचुनाव के बीच रेड का खेल शुरू हो गया है. जिले में एक सप्ताह के भीतर आयकर विभाग ने दूसरी बार छापेमारी की है. जानकारी के मुताबिक वीरवार सुबह आयकर विभाग की टीमों ने नादौन में तीन ठेकेदारों के घरों और उनके व्यावसायिक संस्थानों पर छापेमारी की है. बताया जा रहा है कि तीनों स्टोन क्रशर का काम साझेदारी में करते हैं. विभाग की टीम ठेकेदारों से पूछताछ कर रही है और रिकॉर्ड को खंगाल जा रहा है.
वीरवार सुबह आयकर विभाग ने जब छापेमारी की, इस दौरान मुख्यमंत्री सुक्खू नादौन में ही रुके हुए हैं. ऐसे में उपचुनाव के बीच की जा रही इस तरह की छापेमारी को लेकर कई तरह के सवाल खड़े किए जा रहे हैं. आखिर यह किस तरह की नई रिवायत हिमाचल में शुरू हो गई है. क्या किसी तरह के सियासी दबाव के चलते यह रेड हुई है या फिर किसी तरह के इनपुट जांच एजेंसी को मिले हैं.
वीरवार सुबह चली इस रेड के बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा रहा. गौरतलब है कि 29 जून को भी हमीरपुर जिले में आयकर विभाग ने स्वर्ण विक्रेताओं समेत 7 लोगों के यहां छापेमारी की थी. नादौन से संबंध रखने वाले एक क्रशर मालिक का कांगड़ा जिला के ज्वालामुखी के अध्वानी में स्टोन क्रशर पर भी छापा पड़ा है. इसके बाहर भी सीआरपीएफ के पांच जवान तैनात है. अध्वानी का इलाका भी नादौन क्षेत्र के साथ लगता है.
हमीरपुर और कांगड़ा जिले में एक सप्ताह के भीतर दूसरी बार केंद्रीय एजेंसियों की छापेमारी से व्यापारियों और कारोबारियों में हड़कंप मच गया है. पिछले सप्ताह भी हमीरपुर जिले में 9 जगहों पर आयकर विभाग की छापेमारी हुई थी और टीम ने लगातार 35 घंटे तक दस्तावेजों की जांच की थी. इस दौरान केंद्रीय एजेंसियों के हाथ कई महत्वपूर्ण दस्तावेज लगे है.
अब छह दिन बाद दो क्रशर और एक रिसॉर्ट मालिक आयकर विभाग के निशाने पर आ गए हैं. नादौन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का गृह क्षेत्र है. हिमाचल में इन दिनों तीन सीटों पर विधानसभा उपचुनाव चल रहे हैं. इसलिए कई तरह की चर्चाएं भी शुरू हो गई हैं. जिन लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की गई है, उनका झुकाव सत्ताधारी पार्टी की ओर बताया जा रहा है. हालांकि, इनमें से कोई भी नेता सीधे तौर पर राजनीति से जुड़ा नहीं है. लेकिन कांग्रेस के नेताओं से संबंध बताए जा रहे हैं.