पलामू: वैसे लोग जिन पर एफआईआर दर्ज है और विभिन्न मामलों में वांछित हैं उनके हथियारों के लाइसेंस को रद्द करने की प्रक्रिया शुरू की गई है. लोकसभा चुनाव को लेकर पलामू प्रमंडल में हथियारों का सत्यापन किया जा रहा है. लाइसेंसी हथियार को थानों में जमा करने का भी निर्देश जारी किया गया है.
लोकसभा चुनाव को लेकर पहले चरण में हथियारों का सत्यापन किया गया है और दूसरे चरण में लाइसेंसी हथियार को जमा करने का निर्देश दिया गया है. अकेले पलामू में 1800 के करीब लोगों के पास हथियारों के लाइसेंस हैं. पहले चरण में पलामू प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर के रहने वाले एक व्यक्ति के हथियार के लाइसेंस को रद्द करने अनुशंसा की गई है.
पलामू के जोनल आईजी नरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि दागी लोग, जिन पर एफआईआर या अन्य तरह का मामला दर्ज है. उनके हथियार के लाइसेंस को रद्द करने की अनुशंसा किया जाना है. पलामू, गढ़वा और लातेहार में पुलिस ऐसे लोगों को चिन्हित कर रही है.
सबसे अधिक मेदिनीनगर टाउन के इलाके में हैं लाइसेंस धारक
पलामू प्रमंडल में सबसे अधिक मेदिनीनगर टाउन थाना क्षेत्र में हथियारों के लाइसेंस हैं. मेदिनीनगर टाउन थाना क्षेत्र में 700 से अधिक लोगों के पास हथियारों के लाइसेंस हैं. प्रशासनिक निर्देश में 23 मार्च तक सभी को हथियार जमा करने को कहा गया है. हालांकि पिछले कुछ वर्षों में बड़े पैमाने पर हथियारों के लाइसेंस को रद्द किया गया है. 2014-15 तक पलामू में 6600 लोगों के पास हथियार का लाइसेंस था, लेकिन एक अभियान चला कर 4000 के करीब हथियार के लाइसेंस को रद्द किया गया था.
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