जयपुर. परीक्षा पे चर्चा के 7वें सीजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छात्रों को परीक्षा के दौरान तनाव मुक्त रहने, शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य जरूरी होने और लिखकर अभ्यास करने जैसे कई टिप्स दिए. पीएम के इस कार्यक्रम को प्रदेश के सभी स्कूलों के छात्रों को प्रोजेक्टर, टेलीविजन, कंप्यूटर और शिक्षक के मोबाइल के जरिए लाइव दिखाने की व्यवस्था की गई. इस दौरान पीएम ने शिक्षकों को भी सिर्फ जॉब न करते हुए मार्गदर्शक बनने की नसीहत दी. खास बात ये रही कि राजस्थान के छात्रों के एक दल को दिल्ली जाकर इस कार्यक्रम में शामिल होने का मौका भी मिला, वहीं राजसमंद के धीरज ने पढ़ाई और हेल्दी लाइफ के सामंजस्य पर मार्गदर्शन भी मांगा.
पीएम ने छात्रों को दिए टिप्स : जयपुर के सबसे पुराने सरकारी स्कूलों में शामिल महाराजा स्कूल की छात्राओं ने बड़े गौर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परीक्षा के दौरान तनाव मुक्त रहने के टिप्स सुने और इन्हें अपने जीवन में उतारने की बात कही. छात्राओं ने बताया कि पीएम ने परीक्षाओं के दौरान मानसिक स्वास्थ्य और शारीरिक स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए पढ़ाई के साथ-साथ नियमित शारीरिक व्यायाम और कुछ समय खेल और संगीत को देने का टिप्स दी, ताकि माइंड भी फ्रेश रहे. एक अन्य छात्रा ने बताया कि पीएम ने एग्जाम हॉल में 15 मिनट पहले पहुंचकर एग्जाम पेपर सामने आने पर सभी प्रश्नों को देखते हुए टाइम मैनेजमेंट करने और उस दौरान अर्जुन की कहानी याद रखते हुए सिर्फ मछली की आंख पर ध्यान केंद्रित करने की भी नसीहत दी, साथ ही ये भी स्पष्ट किया कि परीक्षा के दौरान ये ना सोचें कि ये प्रश्न उन्हें नहीं आ रहा, इससे तनाव बढ़ता है और सही प्रश्न भी कई बार गलत हो जाते हैं. उन्होंने लिखने की आदत पर जोर देते हुए पढ़ाई के साथ-साथ लिखने का अभ्यास करने के टिप्स दिए. एक अन्य छात्र ने बताया कि दोस्तों की उपलब्धियों से प्रेरणा लेने और अपने मन में नकारात्मक विचार नहीं आने देने की सीख दी.
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स्कूल प्राचार्य पुखराज आर्य ने बताया कि शिक्षक छात्रों के परीक्षा तनाव को दूर करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं, जब छात्र स्कूल में एडमिशन लेता है उसी वक्त टीचर और छात्र के बीच दोस्ती का संबंध स्थापित हो जाए, इससे छात्र अपनी समस्याओं को शिक्षक से आसानी से साझा कर सकेगा और इससे छात्र तनाव ग्रस्त नहीं होगा. उन्होंने बताया कि इसी स्कूल की एक छात्रा नीलांशी को शास्त्रीय संगीत में अव्वल आने पर इस परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम से दिल्ली में जुड़ने का मौका भी मिला, बाकी सभी स्कूली छात्रों को यहां पीएम के कार्यक्रम से जोड़ा गया है.
परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों और अभिभावकों से भी चर्चा की और उन्हें छात्रों का दबाव कम करने के लिए रुचि का विषय दिलवाने और दोस्ती का व्यवहार रखने की नसीहत दी, ताकि पढ़ाई को लेकर बच्चों में होने वाला तनाव दूर रहे. उन्होंने माता-पिता को भी कहा कि वो किसी भी बच्चे के स्कोर कार्ड को अपना विजिटिंग कार्ड न बनाएं. जीवन में प्रतिस्पर्धा जरूरी है, लेकिन हेल्दी कॉन्पिटीशन होना चाहिए.
भीलवाड़ा में 700 विद्यालय के छात्र हुए शामिल : जिला शिक्षा अधिकारी योगेश पारीक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परीक्षा पर चर्चा एक उत्सव के रूप में संपन्न मनाया गया. इसमें भीलवाड़ा जिले के 700 माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालय के कक्षा 6 से 12 तक के डेढ़ लाख छात्रों ने भाग लिया. प्रधानमंत्री का संबोधन सुनने वाले छात्रों ने कहा कि "प्रधानमंत्री ने परीक्षा पर चर्चा का संबोधन में जिस प्रकार हमारी मां हमारे बाल्य काल में हमें सुधारने के लिए बातें बताती हैं, उसी प्रकार पीएम मोदी ने भी संबोधन दिया."