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गंगनहर में चोरी रोकने के लिए गश्ती दलों का गठन, पानी चोरी करने वालों पर होगी एफआईआर - Water theft of gang canal

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : May 29, 2024, 10:49 PM IST

श्रीगंगानगर में जिला प्रशासन ने नहर से पानी चोरी रोकने के लिए 6 टीमों का गठन किया है, जो सुबह- शाम नहर की पानी की रखवाली करेंगे. इस दैरान अगर कोई व्यक्ति नहर से पानी चोरी करते पकड़ गया, तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी.

गंगनहर में पानी चोरी
गंगनहर में पानी चोरी (ETV Bharat GFX Team)

श्रीगंगानगर. जिला प्रशासन अब गंगनहर में पानी चोरी पर काफी सख्त हो गया है. बुधवार को जिला कलेक्टर ने 6 गश्ती दलों का गठन किया है. ये दल पानी चोरी रोकेंगे. पानी की चोरी पकड़े जाने पर आरोपी के खिलाफ एफआईआर करवाई जाएगी. इसके लिए सभी कार्मिकों के अवकाश भी निरस्त कर दिए गए हैं.

दो दिन पहले किसानों ने पकड़ी थी पानी चोरी : बता दें कि दो दिन पहले ग्रामीण किसान मजदूर समिति ने गंगनहर में पानी चोरी पकड़ी थी. नहर से बड़े-बड़े पाइप लगाकर सरेआम पानी चोरी किया जा रहा था. गंगनहर प्रोजेक्ट चेयरमैन हरविंदर सिंह गिल ने बताया कि खखा हैड से शिवपुर हैड के बीच पानी चोरी किया जा रहा था. किसानों की शिकायत पर जिला प्रशासन हरकत में आया है. गंग कैनाल में शिवपुर हैड से कोठा पुल तक एवं शिवपुर हैड से नीचे आर.डी. 13 से लिंक चैनल तक प्रवाहित होने वाले नहरी पानी की निगरानी के लिए 6 गश्ती दलों का गठन किया गया है.

इसे भी पढ़ें-Special: राजस्थान के किसानों की हक पर पंजाब की सेंधमारी, पानी बिन मुरझा रही खड़ी फसल

गश्ती दल में निगरानी कार्य के लिए संबंधित खण्डों के लिए कार्मिक नियुक्त किए गए हैं. जिला कलेक्टर लोकबंधु के निर्देशानुसार नहरी पानी चोरी रोकने के लिए गश्ती दलों का गठन किया गया है. जल संसाधन वृत्त के अधीक्षण अभियंता धीरज चावला ने बताया कि इन दलों को वाहन उपलब्ध करवाए जाएंगे. दलों द्वारा शाम 5 बजे से रात्रि 9 बजे तक और सुबह 5 बजे से 9 बजे तक 30 मई को अधिशाषी अभियंता जल संसाधन उत्तर खण्ड श्रीगंगानगर एवं 31 मई को अधिशाषी अभियंता जल संसाधन दक्षिण खण्ड अपनी टीम के साथ निगरानी करेंगे. इसके बाद एक दिन छोड़कर क्रमानुसार आगामी आदेश तक निगरानी कार्य सम्पादित करेंगे.

पानी चोरी करने वालो के खिलाफ होगी एफआईआर : जिला कलेक्टर के अनुसार गश्ती दल आवंटित क्षेत्र का भ्रमण करेंगे तथा पानी चोरी पाए जाने पर उसकी वीडियोग्राफी करवाते हुए संबंधित थाना में एफआईआर दर्ज करवाएंगे. इन गश्ती दलों को वाहन अधीक्षण अभियंता जल संसाधन वृत्त श्रीगंगानगर द्वारा उपलब्ध करवाए जाएंगे. उन्होंने बताया कि पानी चोरी की स्थिति में राजस्व पटवारी की आवश्यकता होने पर जल संसाधन विभाग का संबंधित सहायक अभियंता उपखण्ड अधिकारी से सम्पर्क कर दोषी व्यक्ति के विरुद्ध कार्रवाई कराएंगे. गठित गश्ती दलों के सदस्यों का 30 मई से कोई अवकाश स्वीकृत नहीं किया जाएगा, अगर कोई कार्मिक अवकाश पर है, तो उसका अवकाश निरस्त कर दिया गया है.

श्रीगंगानगर. जिला प्रशासन अब गंगनहर में पानी चोरी पर काफी सख्त हो गया है. बुधवार को जिला कलेक्टर ने 6 गश्ती दलों का गठन किया है. ये दल पानी चोरी रोकेंगे. पानी की चोरी पकड़े जाने पर आरोपी के खिलाफ एफआईआर करवाई जाएगी. इसके लिए सभी कार्मिकों के अवकाश भी निरस्त कर दिए गए हैं.

दो दिन पहले किसानों ने पकड़ी थी पानी चोरी : बता दें कि दो दिन पहले ग्रामीण किसान मजदूर समिति ने गंगनहर में पानी चोरी पकड़ी थी. नहर से बड़े-बड़े पाइप लगाकर सरेआम पानी चोरी किया जा रहा था. गंगनहर प्रोजेक्ट चेयरमैन हरविंदर सिंह गिल ने बताया कि खखा हैड से शिवपुर हैड के बीच पानी चोरी किया जा रहा था. किसानों की शिकायत पर जिला प्रशासन हरकत में आया है. गंग कैनाल में शिवपुर हैड से कोठा पुल तक एवं शिवपुर हैड से नीचे आर.डी. 13 से लिंक चैनल तक प्रवाहित होने वाले नहरी पानी की निगरानी के लिए 6 गश्ती दलों का गठन किया गया है.

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गश्ती दल में निगरानी कार्य के लिए संबंधित खण्डों के लिए कार्मिक नियुक्त किए गए हैं. जिला कलेक्टर लोकबंधु के निर्देशानुसार नहरी पानी चोरी रोकने के लिए गश्ती दलों का गठन किया गया है. जल संसाधन वृत्त के अधीक्षण अभियंता धीरज चावला ने बताया कि इन दलों को वाहन उपलब्ध करवाए जाएंगे. दलों द्वारा शाम 5 बजे से रात्रि 9 बजे तक और सुबह 5 बजे से 9 बजे तक 30 मई को अधिशाषी अभियंता जल संसाधन उत्तर खण्ड श्रीगंगानगर एवं 31 मई को अधिशाषी अभियंता जल संसाधन दक्षिण खण्ड अपनी टीम के साथ निगरानी करेंगे. इसके बाद एक दिन छोड़कर क्रमानुसार आगामी आदेश तक निगरानी कार्य सम्पादित करेंगे.

पानी चोरी करने वालो के खिलाफ होगी एफआईआर : जिला कलेक्टर के अनुसार गश्ती दल आवंटित क्षेत्र का भ्रमण करेंगे तथा पानी चोरी पाए जाने पर उसकी वीडियोग्राफी करवाते हुए संबंधित थाना में एफआईआर दर्ज करवाएंगे. इन गश्ती दलों को वाहन अधीक्षण अभियंता जल संसाधन वृत्त श्रीगंगानगर द्वारा उपलब्ध करवाए जाएंगे. उन्होंने बताया कि पानी चोरी की स्थिति में राजस्व पटवारी की आवश्यकता होने पर जल संसाधन विभाग का संबंधित सहायक अभियंता उपखण्ड अधिकारी से सम्पर्क कर दोषी व्यक्ति के विरुद्ध कार्रवाई कराएंगे. गठित गश्ती दलों के सदस्यों का 30 मई से कोई अवकाश स्वीकृत नहीं किया जाएगा, अगर कोई कार्मिक अवकाश पर है, तो उसका अवकाश निरस्त कर दिया गया है.

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