जयपुर: विश्व प्रसिद्ध अल्बर्ट हॉल और रामनिवास बाग की जमीन को चूहों ने खोखला कर दिया है. इसे रोकने के लिए जयपुर विकास प्राधिकरण की ओर से चूहों के बिलों में कीटनाशक डाला जा रहा है. इस दौरान अल्बर्ट हॉल, रामनिवास बाग और जयपुर चिड़ियाघर को दो दिन के लिए बंद किया गया है. रामनिवास बाग में जगह-जगह पर बिल नजर आने लगे हैं. चूहों के चलते अल्बर्ट हॉल की नींव को भी खतरा है.
जेडीए के उद्यान अधीक्षक अब्दुल मजीद ने बताया कि रामनिवास बाग में लाखों की संख्या में चूहे हैं. इससे महामारी फैलने का खतरा है. चूहों ने पूरे रामनिवास गार्डन की वनस्पति को नुकसान पहुंचाया है. इसी को ध्यान में रखते हुए चूहों पर नियंत्रण करने के लिए दो दिवसीय कार्यक्रम चलाया गया है. कीटनाशक मिला दाना चूहों के बिलों में डालकर बिलों को बाहर से मिट्टी डालकर बंद किया जा रहा है.इससे चूहे बिल के अंदर ही मर जाएंगे, यदि कोई चूहा बाहर आकर मर जाता है, तो उन्हें अन्य जगहों पर दफना दिया जाएगा, ताकि कोई दूसरा जीव जंतु या मनुष्य संक्रमित नहीं हो.
उन्होंने बताया कि पहले चरण में चूहों पर नियंत्रण किया जा रहा है.दूसरे चरण में रामनिवास बाग का विकास किया जाएगा.रामनिवास बाग में पेड़ पौधे भी लगाए जाएंगे.राइजिंग राजस्थान कार्यक्रम को देखते हुए रामनिवास बाग की साज सज्जा की जाएगी.
खाद्य पदार्थ डालने पर अंकुश लगे: पुरातत्व विभाग के डायरेक्टर पंकज धरेंद्र ने बताया कि चूहे कहीं पर भी बिल बना लेते हैं, वह इमारत या गार्डन नहीं देखते हैं. रामनिवास बाग में चूहों की तादाद काफी बढ़ गई है. यह अल्बर्ट हॉल की नींव को भी खोखली कर सकते हैं. जेडीए ने चूहों पर नियंत्रण करने के लिए एक अच्छा कदम उठाया है. अल्बर्ट हॉल के आसपास लोगों द्वारा खाद्य पदार्थ डाल दिए जाते हैं, जिससे चूहे ज्यादा बढ़ रहे हैं. पुरातत्व विभाग की ओर से जेडीए को पत्र लिखा जाएगा कि रामनिवास बाग और अल्बर्ट हॉल के आसपास खाद्य पदार्थ डालने पर अंकुश लगे. चूहों पर नियंत्रण कार्यक्रम के चलते 2 दिन के लिए अल्बर्ट हॉल और रामनिवास बाग को बंद रखा गया है.