नई दिल्ली: दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों के क्रम में आयोजित बीएलए मेनेजमेंट कमेटी की बीएलए ट्रेनिंग कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महत्वपूर्ण रणनीतियों पर जोर दिया. उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी राजनीतिक दल के लिए बीएलए-1 और बीएलए-2 की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है.
यादव ने बीएलए सदस्यों से अपील की कि वे 'संघर्ष करो, बूथ जीतों, चुनाव जीतो' की नीति पर काम करें. उनके अनुसार, चुनावों के समय बूथ स्तर की राजनीति और संगठनात्मक संरचना को मजबूत करने की आवश्यकता है. उन्होंने बताया कि सभी विधानसभाओं में बीएलए-1 और प्रदेश स्तर पर बूथ मैनेजमेंट कमेटी का गठन कांग्रेस संगठन को मजबूती प्रदान करेगा.
बूथ मैनेजमेंट कमेटी के चेयरमैन राजेश गर्ग द्वारा आयोजित ट्रेनिंग कार्यक्रम में यादव ने जोर देकर कहा कि जिला, ब्लॉक, मंडल और सेक्टर अध्यक्षों को बीएलए के साथ मिलकर कार्य करना चाहिए, ताकि विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की जीत सुनिश्चित हो सके.
मतदाता सूची की जांच और स्थानीय संपर्क: यादव ने चुनाव लड़ने के इच्छुक कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया कि वे बीएलए से संपर्क बनाकर कांग्रेस पार्टी के लिए सभी क्षेत्रों में एक सम्मानजनक माहौल बनाएं. उन्होंने बीएलए को निर्देश दिए कि वे अपने बूथ क्षेत्र में स्थानीय कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ मिलकर घर-घर जाकर मतदाता सूची की जांच करें.
इसके अलावा उन्होंने हर घर से एक मतदाता का मोबाइल नंबर लेने की सलाह दी, ताकि पार्टी अपने संपर्क नेटवर्क को मजबूत कर सके. यदि किसी घर में 8 या उससे अधिक मतदाता हैं तो वहां स्वयं जाकर यह सुनिश्चित करने की सलाह दी कि सभी निवासी वहां रहते हैं या नहीं.
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विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं से संपर्क: यादव ने कहा कि बीएलए को अपने-अपने बूथ क्षेत्र में भाजपा और आम आदमी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को चिह्नित करना चाहिए. इन नेताओं को कांग्रेस की योजनाओं और नीतियों से प्रभावित कर उन्हें कांग्रेस के पक्ष में काम करने के लिए प्रेरित करना महत्वपूर्ण है. वोटों के लिए जमीन तैयार करते हुए अंगीकृत प्रभावशाली व्यक्तियों से संपर्क बनाना और उनकी सूची तैयार करना भी आवश्यक है.
स्थानीय समस्याओं पर ध्यान: यादव ने बूथ स्तर पर स्थानीय समस्याओं जैसे कूड़े के ढेर, सफाई व्यवस्था और अन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर संबंधी मुद्दों को लोगों के सामने लाने की जरूरत बताई. उन्होंने कहा कि इन समस्याओं की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा की जाएं, ताकि आम लोगों को भाजपा और आम आदमी पार्टी के वादों और हकीकत का अंतर समझ में आ सके.
युवा और महिलाओं का समावेश: अंत में देवेन्द्र यादव ने सक्रिय शिक्षित, युवा, महिलाओं और पेशेवर लोगों को कांग्रेस परिवार से जोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया. उन्होंने आग्रह किया कि अपने बूथ क्षेत्र के स्थानीय लोगों का एक सोशल मीडिया ग्रुप बनाकर उनकी समस्याओं और विकास की जानकारी साझा करें, ताकि वे भी पार्टी के कार्यक्रमों में शामिल हों.
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