नई दिल्ली: 18वें लोकसभा चुनावों की तैयारी देश भर में चल रही है, इस बार लोकसभा चुनाव 7 चरणों में होंगे और दिल्ली में आखिरी चरण में 25 मई को वोटिंग होनी है. ऐसे में 7 सीटों पर होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए कुल 13600 पोलिंग स्टेशन में से 2000 को संवेदनशील माना गया है और उसकी रिपोर्ट दिल्ली पुलिस की तरफ से चुनाव आयोग को भेजी गई है. हालांकि अभी इस संख्या में बदलाव की संभावना बनी हुई है और इसकी अंतिम रिपोर्ट अगले कुछ दिनों में तय होनी है
दिल्ली में 2000 बूथ संवेदनशील
लोकसभा चुनाव को लेकर जहां एक तरफ प्रत्याशियों की तैयारी चल रही है वहीं दूसरी तरफ चुनाव आयोग और दिल्ली पुलिस ने भी अपनी कमर कस ली है. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक 2000 बूथों को संवेदनशील माना गया है और ये रिपोर्ट मुख्य निर्वाचन अधिकारी को भी भेजी गई है, हालांकि पुलिस के अनुसार इस संख्या में थोड़े बहुत बदलाव हो सकते हैं. हालांकि दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटों पर संवेदनशील बूथों के साथ-साथ अति संवेदनशील बूथों की लिस्ट तैयार की जा रही है और फिर उसी आधार पर वोटिंग के दौरान वहां सुरक्षा व्यवस्था बनाई जाएगी.
संवेदनशील और अति संवेदनशील बूथों की लिस्ट बनाने के लिए दिल्ली पुलिस के अधिकारियों को कहा गया था और दिल्ली पुलिस की तरफ से जो लिस्ट तैयार की गई उसमें फिलहाल 2000 बूथ को दिल्ली पुलिस ने संवेदनशील बताया है.
दिल्ली में 2000 संवेदनशील बूथ |
शाहदरा में 146 संवेदनशील बूथ |
साऊथ ईस्ट दिल्ली में 53 संवेदनशील बूथ |
द्वारका इलाके में 50 बूथ संवेदनशील |
नॉर्थ दिल्ली में 38 संवेदनशील बूथ |
नई दिल्ली में 5 संवेदनशील बूथ |
इसमें सबसे अधिक बूथ शाहदरा जिले में है जिनकी संख्या 146 है. उसके बाद साउथ ईस्ट दिल्ली में 53 बूथ संवेदनशील कैटेगरी में रखे गए हैं जबकि द्वारका इलाके में 50 बूथ को संवेदनशील घोषित किया गया है, वहीं नॉर्थ दिल्ली में संवेदनशील बूथों की संख्या 38 है जबकि नई दिल्ली में संवेदनशील बूथ की संख्या सबसे कम पांच बताई गई है.
हालांकि पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संवेदनशील और अति संवेदनशील बूथों कीअंतिम लिस्ट रिटर्निंग ऑफिसर के साथ सभी जिलों में जॉइंट इंस्पेक्शन के बाद तय की जाएगी. दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटों पर 13600 पोलिंग स्टेशन है और एक एक पोलिंग स्टेशन के तहत कई बूथ होते हैं जिसको लेकर तैयारियां अभी से शुरू कर दी गई है.
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इससे पहले लोकसभा चुनाव के दौरान रोड शो रैली जनसभा में आने वाले वीआईपी के सुरक्षा को चाक चौबंद करने के लिए दिल्ली पुलिस की सिक्योरिटी यूनिट और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के अधिकारियों की एक बैठक आयोजित की गई थी जिसमें सुरक्षा के तमाम पहलुओं पर गंभीरता से चर्चा की गई थी. सिक्योरिटी हेडक्वाटर में एक मीटिंग का आयोजन किया गया था जिसमें दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा की अगुवाई में पूरी दिल्ली के सिक्योरिटी यूनिट से जुड़े अधिकारी शामिल हुए. जिसमें चुनाव के दौरान चुनाव प्रचार के तमाम पहलू की तैयारी को लेकर विचार विमर्श और दिशा निर्देश तय किए गए.
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