दौसा. राज्य के वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा बुधवार सुबह अलवर से जयपुर जा रहे थे. इस दौरान उन्हें नेशनल हाईवे 21 पर दौसा के पास लकड़ियों से भरी एक पिकअप दिखाई दी. इसमें भारी मात्रा में लकड़ियां भरी हुई थी. वन मंत्री ने पिकअप को रुकवा लिया. चालक से लकड़ियों के बारे में जानकारी ली, लेकिन वह इस बारे में कोई संतुष्टिपूर्वक जवाब नहीं दे पाया. इस पर वन मंत्री ने दौसा डीएफओ को मौके पर बुलवाया और पिकअप की चाबी डीएफओ को सौंपकर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए. इसके बाद जयपुर के लिए रवाना हो गए.
मामला बुधवार सुबह करीब 10 बजे का है. जब मंत्री संजय शर्मा कार से जयपुर जा रहे थे. उन्होंने दौसा के पास इस कार्रवाई को अंजाम दिया. वन मंत्री द्वारा अवैध लकड़ी से भरी पिकअप पकड़ने की सूचना से जिले के वन अधिकारियों में हड़कंप मच गया. मंत्री ने पिकअप को रुकवाकर चालक से लकड़ी का परमिशन लेटर मांगा. उन्होंने लकड़ियों के बारे में जानकारी मांगी, लेकिन पिकअप चालक लकड़ियों के बारे में भी कोई ठोस जानकारी नहीं दे पाया. साथ ही पिकअप चालक से लकड़ियों का परिवहन करने की परमिशन लेटर मांगा.चालक के पास वह भी नहीं था.
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डीएफओ को मौके पर बुलाया: लकड़ियों के परिवहन का परमिशन लेटर भी जब पिकअप चालक के पास नहीं मिला तो मंत्री ने चालक से पिकअप को रोड किनारे खड़ा करवा लिया. डीएफओ अजीत उचोई को मौके पर बुलाया गया. इस दौरान वन मंत्री ने डीएफओ को पिकअप की चाबी सौंपकर नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश दिए. उन्होंने उपवन संरक्षक से कहा कि लकड़ियों की अवैध कटाई एवं परिवहन को रोकें. उन्होंने यह भी कहा कि आरा मशीनों की भी लगातार जांच करें.
पिकअप पर नहीं कर सकते कार्रवाई: इस मामले में दौसा के डीएफओ अजीत उंचाई का कहना था कि वन मंत्री की ओर से लकड़ियों से भरी जिस पिकअप को पकड़ा गया है, वह टीपी एक्जामटेड (परिवहन करने की अनुमति) है. ऐसे में पिकअप चालक के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा सकती, लेकिन फिर भी मामले की जांच की जा रही है, यदि पिकअप में भरी हुई लकड़ियां अवैध हुई तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल उसे कब्जे में लेकर मालिक से कागजात मंगवाए गए हैं.