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चरखी दादरी अनाज मंडी में सुविधाओं का टोटा, आढ़ती बोले- प्रति बैग 4 से 6 रुपये में हो रहा उठान

चरखी दादरी अनाज मंडी में आढ़तियों ने ठेकेदार पर रुपये लेकर उठान करने का आरोप लगाया है.

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By ETV Bharat Haryana Team

Published : 2 hours ago

CHARKHI DADRI GRAIN MARKET
अनाज मंडी में सुविधाओं की कमी (Etv Bharat)

चरखी दादरी: सरकार की ओर से खरीफ फसल खरीद के दौरान किसानों व आढ़तियों को पर्याप्त सुविधाएं मुहैया करवाए जाने के दावे खोखले साबित हो रहे हैं. चरखी दादरी की अनाज मंडी में सुविधाओं का अभाव होने के कारण आढ़तियों में रोष देखने को मिल रहा है. आढ़ती एसोसिएशन प्रधान रामकुमार रिटोलिया की माने तो मंडी में पीने के लिए पानी तक उपलब्ध नहीं हैं. वहीं उन्होंने उठान प्रक्रिया बेहद धीमी होने और उठान के लिए आढ़तियों से रुपये लेने के भी आरोप जड़े हैं. दूसरी ओर मार्केट कमेटी के अधिकारियों ने मंडी में पर्याप्त सुविधाएं मुहैया करवाने का दावा किया है.

"प्यास बुझाने के लिए पानी तक नहीं" : बता दें कि चरखी दादरी अनाज मंडी में लगातार बाजरे की आवक हो रही है. अब तक मंडी में 1 लाख 66 हजार 128 क्विंटल बाजरा किसानों द्वारा लाया गया है, लेकिन बाजरा लेकर मंडी आने वाले किसानों के लिए यहां किसी भी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध नहीं करवाए जाने का मामला सामने आया है. सरकार ने मंडियों में किसानों के लिए खाने की व्यवस्था के लिए कैंटिन शुरू करवाने की बात कही थी लेकिन आढ़तियों का कहना है कि यहां प्यास बुझाने के लिए पानी तक नहीं हैं. दूसरी सुविधाएं भी किसानों को नहीं मिल रही हैं.

अनाज मंडी में सुविधाओं की कमी (Etv Bharat)

"प्रति बैग 4 से 6 रुपये में उठान" : चरखी दादरी अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन प्रधान रामकुमार रिटोलिया ने उठान प्रक्रिया पर सवाल खड़े करते हुए ठेकेदार द्वारा रुपये लेने के आरोप लगाए हैं. प्रधान रामकुमार रिटोलिया ने कहा कि उठान प्रक्रिया बेहद धीमी गति से चल रही है और संबंधित ठेकेदार प्रति बैग 4 से 6 रुपये लेकर बाजरे का उठान करवा रहा है. जो आढ़ती रुपये नहीं दे रहा है, उसके बैग नहीं उठाए जा रहे हैं. इसी प्रकार की समस्या सरसों खरीद के दौरान भी सामने आई थी और अब भी यहीं समस्या बनी हुई है. इसको लेकर अधिकारियों को भी अवगत करवाया गया लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ.

"ठेकेदार के पास महज चार-पांच गाड़ियां" : उन्होंने कहा कि बाजरा उठान का ठेका लेने वाले ठेकेदार के पास महज चार-पांच गाड़ियां है और उसने कई मंडियों का ठेका ले रखा है, जिसके चलते वाहनों की कमी के चलते उठान प्रक्रिया पूरी तरह से प्रभावित है.

"पर्याप्त प्रबंध किए गए हैं" : इस बीच चरखी दादरी मार्केट कमेटी के सचिव विद्यासागर ने कहा कि उनकी ओर से चौकीदार, लाइट, शेड आदि की सुविधाएं मुहैया करवाई गई हैं. पेयजल के लिए पानी के टैंकर व कैंपर मंगवा कर व्यवस्था की गई है. किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या ना हो, इसके लिए उनकी ओर से पर्याप्त प्रबंध किए गए हैं.

सिर्फ 35 हजार क्विंटल बाजरे का ही उठान : उन्होंने बताया कि मंडी में अब तक 1 लाख 66 हजार 128 क्विंटल बाजरे की आवक हुई है, जिसमें से 1 लाख 2 हजार 568 क्विंटल की खरीद और 34,895 क्विंटल बाजरे का उठान हुआ है.

इसे भी पढ़ें : मंडियों में धान का उठान न होने से किसान परेशान, व्यवस्थाएं भी गड़बड़ाई

इसे भी पढ़ें : एक्शन मोड में आए सीएम नायब सैनी, अधिकारियों को लगाई लताड़... MSP पर फसल खरीद के दिए निर्देश

चरखी दादरी: सरकार की ओर से खरीफ फसल खरीद के दौरान किसानों व आढ़तियों को पर्याप्त सुविधाएं मुहैया करवाए जाने के दावे खोखले साबित हो रहे हैं. चरखी दादरी की अनाज मंडी में सुविधाओं का अभाव होने के कारण आढ़तियों में रोष देखने को मिल रहा है. आढ़ती एसोसिएशन प्रधान रामकुमार रिटोलिया की माने तो मंडी में पीने के लिए पानी तक उपलब्ध नहीं हैं. वहीं उन्होंने उठान प्रक्रिया बेहद धीमी होने और उठान के लिए आढ़तियों से रुपये लेने के भी आरोप जड़े हैं. दूसरी ओर मार्केट कमेटी के अधिकारियों ने मंडी में पर्याप्त सुविधाएं मुहैया करवाने का दावा किया है.

"प्यास बुझाने के लिए पानी तक नहीं" : बता दें कि चरखी दादरी अनाज मंडी में लगातार बाजरे की आवक हो रही है. अब तक मंडी में 1 लाख 66 हजार 128 क्विंटल बाजरा किसानों द्वारा लाया गया है, लेकिन बाजरा लेकर मंडी आने वाले किसानों के लिए यहां किसी भी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध नहीं करवाए जाने का मामला सामने आया है. सरकार ने मंडियों में किसानों के लिए खाने की व्यवस्था के लिए कैंटिन शुरू करवाने की बात कही थी लेकिन आढ़तियों का कहना है कि यहां प्यास बुझाने के लिए पानी तक नहीं हैं. दूसरी सुविधाएं भी किसानों को नहीं मिल रही हैं.

अनाज मंडी में सुविधाओं की कमी (Etv Bharat)

"प्रति बैग 4 से 6 रुपये में उठान" : चरखी दादरी अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन प्रधान रामकुमार रिटोलिया ने उठान प्रक्रिया पर सवाल खड़े करते हुए ठेकेदार द्वारा रुपये लेने के आरोप लगाए हैं. प्रधान रामकुमार रिटोलिया ने कहा कि उठान प्रक्रिया बेहद धीमी गति से चल रही है और संबंधित ठेकेदार प्रति बैग 4 से 6 रुपये लेकर बाजरे का उठान करवा रहा है. जो आढ़ती रुपये नहीं दे रहा है, उसके बैग नहीं उठाए जा रहे हैं. इसी प्रकार की समस्या सरसों खरीद के दौरान भी सामने आई थी और अब भी यहीं समस्या बनी हुई है. इसको लेकर अधिकारियों को भी अवगत करवाया गया लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ.

"ठेकेदार के पास महज चार-पांच गाड़ियां" : उन्होंने कहा कि बाजरा उठान का ठेका लेने वाले ठेकेदार के पास महज चार-पांच गाड़ियां है और उसने कई मंडियों का ठेका ले रखा है, जिसके चलते वाहनों की कमी के चलते उठान प्रक्रिया पूरी तरह से प्रभावित है.

"पर्याप्त प्रबंध किए गए हैं" : इस बीच चरखी दादरी मार्केट कमेटी के सचिव विद्यासागर ने कहा कि उनकी ओर से चौकीदार, लाइट, शेड आदि की सुविधाएं मुहैया करवाई गई हैं. पेयजल के लिए पानी के टैंकर व कैंपर मंगवा कर व्यवस्था की गई है. किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या ना हो, इसके लिए उनकी ओर से पर्याप्त प्रबंध किए गए हैं.

सिर्फ 35 हजार क्विंटल बाजरे का ही उठान : उन्होंने बताया कि मंडी में अब तक 1 लाख 66 हजार 128 क्विंटल बाजरे की आवक हुई है, जिसमें से 1 लाख 2 हजार 568 क्विंटल की खरीद और 34,895 क्विंटल बाजरे का उठान हुआ है.

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