कोडरमाः केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीति के विरोध में विभिन्न संगठनों द्वारा बुलाए गये देशव्यापी ग्रामीण बंद और औद्योगिक हड़ताल का कोडरमा में असर देखने को मिला. इसको लेकर विभिन्न संगठनों ने कोडरमा में विरोध प्रदर्शन किया.
जिला के किसान संगठन, मजदूर संगठन, माइका मजदूर संगठन, आंगनबाड़ी सेविका सहायिका, ऑटो संगठन, माले, कांग्रेस और सीपीआई समेत अन्य संगठनों ने झुमरी तिलैया शहर में विरोध मार्च निकाला और केंद्र सरकार के विरोध में नारे लगाए. किसानों के समर्थन में उतरे विभिन्न संगटनों ने विरोध मार्च के बाद श्रम कल्याण परिसर में सभा की. भारत बंद के समर्थन में जुटे नेताओं ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार किसान विरोधी है और केंद्र के द्वारा किसान आंदोलन को कुचलने का प्रयास किया जा रहा है और लगातार किसानों पर हमले हो रहे हैं.
वहीं इस विरोध मार्च में शामिल आंगनबाड़ी सेविका सहायिकाओं ने कहा कि उनके साथ भी अन्याय हो रहा है और किसान, मजदूरों का शोषण किया जा रहा है. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पूर्व में हुए किसान आंदोलन के बाद किये वायदों को भी केंद्र सरकार पूरा नहीं कर रही है. जब तक केंद्र का तानाशाह रवैया खत्म नहीं होगा तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.
बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा बनाये गए चार लेबर कोड को वापस लेने, किसानों द्वारा उगाई जाने वाली फसलों का एमएसपी तय करने, ईडी के द्वारा टार्गेटेड कार्रवाई सहित 21 मुद्दों पर देश भर के 200 से अधिक किसान संगठनों और ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर शुक्रवार को देशव्यापी ग्रामीण बंद और औद्योगिक हड़ताल किया गया. एटक, सीटू, इंटक सहित कई संगठनों के आह्वान पर होने वाले देशव्यापी ग्रामीण भारत हड़ताल को राज्य में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस, सीपीएम, सीपीआई, सीपीआई माले, राष्ट्रीय जनता दल ने भी समर्थन दिया.
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