La Nina cold warning: ला नीना के प्रभाव से हुई भारी बारिश के बाद मध्य प्रदेश से मॉनसून की विदाई का समय अब बिल्कुल करीब है. हालांकि अभी भी कई जिलों में रुक-रुककर बारिश होती रहती है. मॉनसून की विदाई के बाद लोगों को सर्दियों के आने का इंतजार है, लेकिन इस बार की ठंड मामूली नहीं बल्कि हाड़ कंपा देने वाली होगी. ऐसा अनुमान भारतीय मौसम विभाग ने जताया है.
मध्य प्रदेश में ला नीना लुढ़काएगा पारा
आईएमडी के मुताबिक, ला नीना की वजह से इस साल देश में भारी बरसात हुई है. ठीक इसी तरह ला नीना के प्रभाव से औसत से भी ज्यादा सर्दी पड़ने का अनुमान जताया गया है. इस भयानक ठंड का सामना उत्तर और मध्य भारत के लोगों को करना पड़ेगा. जैसे ही मॉनसून की विदाई होगी, वैसे ही उत्तरी क्षेत्रों में तीव्र गति से तापमान लुढ़केगा और इसका प्रभाव एमपी में भी देखने को मिलेगा.
इसी ला नीना की वजह से वक्त से पहले ठंड आने की संभावना जताई जा रही है. आपको बता दें कि हर साल अमूमन मध्य प्रदेश में ठंड की दस्तक अक्टूबर महीने के अंतिम दिनों होती है, लेकिन ला नीना के असर से इस साल ठंड कुछ दिन पहले ही अपना प्रभाव दिखाना स्टार्ट कर देगी.
आखिर क्या है ला नीना
प्रशांत महासागर की सतह के तापमान से जुड़े स्वरूप यानि पैटर्न को अल नीनो और ला नीना दिखाते हैं. जब प्रशांत महासागर की समुद्री सतह ज्यादा गर्म होती है, तो इस वजह से सामान्य मौसम प्रणाली पर उल्टा प्रभाव पड़ता है, जिसे अल-नीनो कहते हैं. अल-नीनो जो होता है यह कम बरसात और कम सर्दी के लिए उत्तरदायी होता है. वहीं ला नीना की बात करें तो जब प्रशांत महासागर की सतह पर निम्न दबाव का क्षेत्र बनता है और समुद्री सतह का तापमान बिल्कुल ठंडा होता है, तो इसी बदलाव को ला नीना कहते हैं. इसी वजह से वर्षा और ठंड के ट्रेंड को बल मिलता है. मौजूदा साल में ला नीना ही एक्टिव है, इसीलिए भारतीय मौसम विभाग ने देश सहित मध्य प्रदेश में भयानक ठंड पड़ने की संभावना जताई है.