नई दिल्ली: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) की बैठक में जूनियर डॉक्टरों और अन्य संगठनों के बीच आम सहमति नहीं बन पाई. बैठक में आईएमए के पदाधिकारियों ने सभी रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के सचिवों से बातचीत की. आईएमए के महासचिव अनिल कुमार जे नायक ने बताया कि आईएमए के साथ बैठक में आरडीए के साथ किसी भी तरह की कोई सहमति नहीं बनी. यानी हड़ताल जारी रहेगी.
Director, All India Institute of Medical Sciences (AIIMS) appeals to the Resident Doctors of AIIMS New Delhi to resume their duties immediately so that patient care services are normalized. pic.twitter.com/4HS32d1QwB
— ANI (@ANI) August 21, 2024
बता दें, मंगलवार को कोलकाता रेप एवं मर्डर केस में सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान हड़ताल कर रहे सभी डॉक्टरों से काम पर वापस लौटने की अपील की थी. साथ ही उनसे कहा था कि डॉक्टर हम पर भरोसा रखें. यह राष्ट्रहित से जुड़ा मामला है. हम इसमें सभी आवश्यक कार्रवाई की जानकारी ले रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट के टिप्पणी के बाद RDA आरएमएल ने हड़ताल वापस ले ली थी, जबकि एम्स, लेडी हार्डिंग, सफदरजंग, लोकनायक सहित तमाम रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने हड़ताल जारी रखने का फैसला लिया.
आरडीए का कहना है कि 22 तारीख को सुप्रीम कोर्ट की इस मामले में अगली सुनवाई के बाद आने वाले निर्णय और निर्देशों पर विचार करने के बाद हड़ताल वापस लेने के बारे में सोचेंगे. वहीं, आज हड़ताल का दसवां दिन है, जिसकी वजह से दिल्ली के एम्स, सफदरजंग, आरएमएल और राजधानी के अन्य अस्पतालों में देश के अलग-अलग राज्यों से इलाज के लिए आने वाले मरीजों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि वह लोग अपनी ट्रेन की टिकट बुक करा कर आते हैं और यहां आने के बाद अस्पताल पहुंचते हैं तो पता चलता है कि हड़ताल है. उसके बाद उन्हें परेशान होकर वापस लौटना पड़ता है. इसमें बहुत से ऐसे मरीज भी होते हैं जिनके पास दिल्ली में रुकने की व्यवस्था नहीं होती है. उनको रूकने के लिए किराए पर कमरा लेना पड़ता है, जिससे उनके ऊपर आर्थिक बोझ बढ़ता है.
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