कोरिया : छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रकृति के संरक्षण के लिए कई योजनाएं बनाई हैं. जिसमें जल संरक्षण के लिए भी करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाए गए हैं. नदियों का जल बचाने के लिए जगह-जगह पर स्टॉप डैम बनाए गए हैं. लेकिन इन स्टॉप डैम्स पर लोगों की बुरी नजर गढ़ चुकी है. ताजा मामला कोरिया का है.जहां के ग्राम पंचायत बोडार के पास हसदेव नदी पर बने स्टॉप डैम के आसपास की जमीन पर कब्जा किया जा रहा है.ये कब्जा किसी और ने नहीं बल्कि क्षेत्र के ही एक शिक्षक पर लगे हैं.जिनके सिर पर बच्चों को शिक्षित करने की जिम्मेदारी है.
स्टॉप डैम एक छोर पर कब्जा : ग्रामीणों का कहना है कि हसदो नदी पर बने स्टाफ डैम में जल का भराव 12 महीने रहता है. जिससे पूरे गांव के एक हजार से ज्यादा लोगों का निस्तारी होता है. हसदेव नदी के स्टाप डेम के पास ही महिला घाट बनाया गया है. जिसे गांव के गुरुजी अपनी जमीन बता कर अतिक्रमण कर रहे है.
''स्टॉप डैम का अतिक्रमण हुआ तो नदी का अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा. जीवनदायनी नदी सूख जाएगी.जिससे गांव के लोगों के निस्तार सुविधा में बाधा पड़ेगी.''- धर्म साय, स्थानीय
जांच के बाद कार्रवाई का मिला आश्वासन : आपको बता दें कि नदी को बचाने के लिए 2 साल पहले ग्रामीणों ने कलेक्टर जनदर्शन में फरियाद की थी. कलेक्टर की बनाई जांच समिति टीम ने जांच की.लेकिन इसमें किसी भी तरह की ठोस कार्रवाई नहीं हुई. इस मामले पर अनुविभागीय अधिकारी राकेश साहू ने वास्तविक स्थिति का जायजा लेने तहसीलदार को निर्देशित किया है. जांच प्रतिवेदन आते ही अग्रिम कार्रवाई की बात कही है.