कोटा : इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ इनफर्मेशन टेक्नोलॉजी कोटा की टीम ने भारतीय नौसेना की हैकाथॉन 'स्वावलंबन 2024' प्रतियोगिता में पहला स्थान अर्जित किया. यह प्रतियोगिता नई दिल्ली के भारत मंडपम में 28 व 29 अक्टूबर को आयोजित हुई थी. इसमें भाग लेने के लिए ट्रिपल आईटी कोटा की टीम असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. ज्ञान सिंह यादव के मार्ग दर्शन में मास्टर्स ऑफ टेक्नोलॉजी के स्टूडेंट्स जैनस्टी लुईस और नूरिन नासिर खोत भाग लेने पहुंची थीं. इस टीम ने प्रतियोगिता में पहला स्थान प्राप्त किया है. वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने टीम को पहला पुरस्कार प्रदान किया.
टॉप पर रही कोटा की टीम : इस स्वावलंबन-2024 का उद्देश्य भारतीय नौसेना के नवाचार और स्वदेशीकरण के प्रयासों को बढ़ावा देना है. डॉ. ज्ञान सिंह यादव ने बताया कि अभिनव आइडिया, समाधान और कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच अलग पहचान बनाते हुए इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ इनफर्मेशन टेक्नोलॉजी कोटा की टीम टॉप पर रही.
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इनको दिया सफलता का श्रेय : टीम ने इस जीत का श्रेय ट्रिपल आईटी कोटा के डायरेक्टर प्रोफेसर एनपी पाधेय और कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर केके शर्मा को दिया है. साथ ही कहा कि उन्होंने स्टूडेंट्स व फैकल्टी को नवाचार को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया. उनकी प्रेरणा से ही ट्रिपल आईटी ने यह सफलता हासिल की है.
स्पीच सिपरेशन और ड्रोन पर दिया ट्रिपल आईटी ने सॉल्यूशन : डॉ. ज्ञान सिंह यादव ने बताया कि नौसेना ने अपनी पांच प्रॉब्लम्स पर सॉल्यूशन मांगे थे. इनमें ट्रिपल आईटी कोटा को दो प्रॉब्लम्स दी गई थी, जिसमें पहले प्रॉब्लम स्पीच सिपरेशन की थी. इसमें यह प्रॉब्लम थी कि कोई सिंगल स्पीच को तो टैक्सट में कन्वर्ट करने के टूल्स बने हुए हैं, लेकिन किसी सेमिनार या मीटिंग में जहां एक से अधिक आदमी बोल रहे हैं तो स्पीच को टैक्सट में कन्वर्ट करने में प्रॉब्लम आती है. इसमें स्पीच आपस में क्लैश होते हैं. इस पर ट्रिपल आईटी कोटा में सॉल्यूशन दिया है. दूसरा सॉल्यूशन ड्रोन को लेकर था.