शिमला: कोलकाता में रेजिडेंस डॉक्टर के साथ हुए रेप और मर्डर केस को लेकर पूरे देश में डॉक्टरों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. डॉक्टरों द्वारा सरकार के समाने उनकी सुरक्षा का सवाल उठाते हुए मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. हिमाचल प्रदेश में डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी है. आज सोमवार को भी प्रदेश में डॉक्टरों द्वारा रोष प्रदर्शन किया जा रहा है. इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल शिमला में भी डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं.
आज भी बंद रही सभी स्वास्थ्य सेवाएं
आईजीएमसी अस्पताल शिमला में डॉक्टर के हड़ताल पर जाने के कारण अस्पताल में न तो ओपीडी खुली है, न ही कोई ऑपरेशन हुआ है और न ही अस्पताल में किसी तरह की मेडिकल टेस्ट हो रहे हैं. ऐसे में मरीजों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि अस्पताल में आपत सेवाएं जारी हैं. आईजीएमसी के डॉक्टर्स आज सुबह से ही न्यू ओपीडी ब्लॉक के बाहर इकट्ठा होकर प्रदर्शन कर रहे हैं और अपने लिए पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की मांग कर रहे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि सरकार डॉक्टरों की सुरक्षा में लापरवाही बरत रही है. जिसके कारण ये घटनाएं सामने आ रही हैं.
आईजीएमसी की डॉक्टर आभा ने बताया कि, "हम सरकार से अपनी सुरक्षा की मांग कर रहे हैं. डॉक्टरों से बुरा बर्ताव करने पर 3 साल की साज और 5000 रुपए का जुर्माना लगता है, लेकिन हमनें कभी ये होते हुए देखा नहीं है. हर बार लोग हमसे गलत बर्ताव करके चले जाते हैं और इसमें कोई कुछ नहीं करता है. जिसके कारण अपराध बढ़ते जा रहे हैं. हमारी मांग है कि कोलकाता में डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार एवं हत्या मामले में अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए और उन्हें फांसी दी जाए. प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों पर भीड़ ने हमला किया, ये हमला प्री प्लानड था. सरकार उन डॉक्टर्स की सेफ्टी का भी ख्याल रखे और जल्दी से जल्दी अपराधियों को पकड़ा जाए."
![IGMC Doctors Protest in Shimla](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/19-08-2024/hp-sml-01-igmcstrik-hp10001_19082024115008_1908f_1724048408_161.jpg)
वहीं, शिमला में आईजीएमसी के गर्ल्स हॉस्टल की चौथी मंजिल से युवक के गिरकर मौत मामले पर भी डॉक्टरों ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए. आईजीएमसी के गर्ल्स हॉस्टल में युवक की मौत होने पर डॉक्टर आभा ने कहा, "गर्ल्स हॉस्टल में एक लड़के का घुस जाना भी सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है. हॉस्टल में दो-दो सिक्योरिटी गार्ड रहते हैं, लेकिन न तो वे ट्रेंड होते हैं, न उनके पास कोई हथियार होता, यहां तक की डंडा तक नहीं होता है. ऐसे में वो क्या ही सुरक्षा करेंगे. जिसके कारण कोई भी आसानी से हॉस्टल में घुस सकता है. डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए ट्रेंड होमगार्ड तैनात किए जाने चाहिए. ओपीडी और वार्ड में एक की जगह दो-दो गार्ड तैनात करने चाहिए, जिससे डॉक्टरों की सुरक्षा पुख्ता हो सके."
क्यों हड़ताल कर रहे डॉक्टर?
कोलकाता के एक मेडिकल कॉलेज में दुष्कर्म करने के बाद ट्रेनी डॉक्टर की हत्या कर दी थी. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि बलात्कार के बाद हत्या की गई है और डॉक्टर के साथ गैंगरेप हुआ है. 13 अगस्त को कोलकाता हाईकोर्ट ने मामले की जांच सीबीआई को सौंपी है. डॉक्टरों का आरोप है कि सबूतों के साथ छेड़छाड़ की गई है. जिसके चलते सीबीआई जांच के आदेशों के बाद भी डॉक्टर काम पर लौटने को तैयार नहीं है. हिमाचल मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन के महासचिव डॉ. विकास ठाकुर ने बताया, "हिमाचल मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए), फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (फोरेडा) और फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (एफओएआईए) के आह्वान पर हड़ताल में कंधे से कंधा मिलाकर चलने का फैसला लिया है."
देशभर में डॉक्टर बीते 6 दिन से हड़ताल कर रहे हैं. हालांकि पहले अस्पतालों में करीब 2 घंटे ही हड़ताल की जाती थी, लेकिन शनिवार से डॉक्टरों ने पूरे दिन की हड़ताल शुरू कर दी है. वहीं, आईजीएमसी शिमला के डॉक्टरों द्वारा अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था और सुरक्षा कर्मियों की संख्या बढ़ाने की मांग की गई है. डॉक्टरों ने मांग की है कि आईजीएमसी अस्पताल में ट्रेंड सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया जाए. सीसीटावी कैमरे लगाने के साथ-साथ रात के समय सुरक्षा बढ़ाई जाए. डॉक्टरों का कहना है कि वे जल्द ही इस मामले में सीएम और स्वास्थ्य मंत्री को भी ज्ञापन सौंपेंगे.