राजनांदगांव: राजनांदगांव की सीमा महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश से लगती है. यहां नक्सल गतिविधि का दौर बीच बीच में देखने को मिलता रहा है. महाराष्ट्र का गोंदिया नक्सल प्रभावित जिला है और एमपी का बालाघाट भी नक्सल गतिविधि का क्षेत्र रहा है. इस वजह से राजनांदगांव काफी अहम जिला है. गोंदिया में लगातार नक्सल ऑपरेशन चल रहा है. छत्तीसगढ़ के बस्तर में भी नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी है. इसकी वजह से नक्सलियों का मूवमेंट चेंज हो सकता है. इस लिहाज से राजनांदगांव की सीमा जो महाराष्ट्र और एमपी से लगती है. वहां पर छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और एमपी की पुलिस का ज्वाइंट ऑपरेशन चल रहा है. हमारे जिले में नक्सलियों का अर्बन नेटवर्क टूटा है.
आईजी दीपक झा ने ज्वाइंट नक्सल ऑपरेशन की पुष्टि की: आईजी दीपक झा ने नक्सल ऑपरेशन की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि जो महाराष्ट्र,मध्य प्रदेश,छत्तीसगढ़ तीनों जिले हमारे राजनांदगांव रेंज के बॉर्डर में लगे हुए हैं. उसको देखते हुए हर 3 महीने में तीनों राज्यों के जो पुलिस अधिकारी हैं वह मीटिंग करते हैं. इस बार महाराष्ट्र के गोंदिया, गढ़चिरौली और एमपी के पुलिस अधिकारी जुटे. इन अधिकारियों की मीटिंग हुई. तीनों राज्यों के कॉर्डिनेशन से यह ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
इस मीटिंग में विशेष रूप से नक्सल विरोधी अभियान को और बेहतर ढंग से कैसे चलाया जाए इसको लेकर चर्चा की गई.बस्तर क्षेत्र में लगातार सफलता मिल रही है हमारे जिले में भी वनांचल और अर्बन नेटवर्क पर काम किया गया है.नक्सली बहुत कम संख्या में यहां रह गए हैं. आपके माध्यम से हम उन युवाओं से अपील करना चाहेंगे जो नक्सली गतिविधि में शामिल हैं. वो सरकार की सरेंडर नीति का लाभ उठाएं और सरेंडर करें: दीपक झा, आईजी, राजनांदगांव रेंज
छत्तीसगढ़ में फोर्स को मिल रही सफलता: राजनांदगांव रेंज के आईजी दीपक झा ने बताया कि छत्तीसगढ़ के बस्तर में फोर्स को लगातार नक्सलवाद के खिलाफ सफलता मिल रही है. ऐसे में हमारे जिले के सरहदी इलाकों में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है. उसके तहत ही यहां यह ज्वाइंट ऑपरेशन हो रहा है.