जयपुर. जयपुर के सवाईमान सिंह अस्पताल में हर साल लाखों मरीज अपना इलाज करवाने पहुंचते है. आमतौर पर इस अस्पताल में गरीब तबके से जुड़े लोग ही अपना इलाज करवाने सबसे अधिक आते है, लेकिन एसएमएस अस्पताल में एक ऐसा सेंटर भी मौजूद है, जिसमें सिर्फ वीवीआईपी मरीजों का ही इलाज होता था. अब इस सेंटर को आम मरीजों के लिए भी खोल दिया गया है. अस्पताल के आईडीएच सेंटर में वीवीआईपी की बजाय अब आम मरीजों का इलाज होना शुरू हो गया है.
अस्पताल प्रशासन ने आईडीएच सेंटर को मेडिसिन विभाग के सुपुर्द कर दिया है. करीब तीन साल पहले साढ़े सात करोड़ रुपए की लागत से बने इस इंफेक्शन डिजीज हॉस्पिटल में आम मरीजों की एंट्री पर पाबंदी थी. तीन माह में सिर्फ एक मरीज का इलाज इस सेंटर में किया गया था. इसे कोरोना महामारी से पहले तैयार किया गया था, लेकिन कोरोना के दौरान एसएमएस मेडिकल कॉलेज के तत्कालीन प्रिंसिपल डॉ सुधीर भंडारी ने इस सेंटर को अपने कब्जे में लिया. तत्कालीन प्रिंसिपल के मौखिक आदेश के बाद इस सेंटर में आम मरीजों के लिए एंट्री तक नहीं थी.
तीन माह में एक मरीज का इलाज: पिछले तीन महीनों में इस आईडीएच सेंटर में सिर्फ एक मरीज का इलाज हुआ और जरुरत पड़ने पर भी इस सेंटर में मरीज भर्ती नहीं किए जाते थे, लेकिन अब एसएमएस मेडिकल कॉलेज के नए प्रिंसिपल डॉ.दीपक माहेश्वरी ने इस सेंटर को मेडिसिन विभाग को सुपुर्द कर दिया है. इसके बाद मंगलवार से ही मेडिसिन विभाग ने आम मरीजों यहां पर इलाज शुरु कर दिया है.
अब इन बीमारियों का होगा इलाज: एसएमएस के मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ.सुधीर मेहता ने बताया कि अब डायरिया,निमोनिया,फ्लू समेत अन्य इंफेक्शन के मरीजों को यहां पर इलाज दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि आईडीएच सेंटर में नोडल ऑफिसर के अलावा थर्ड इयर रेजिडेंट काम संभालेंगे. खास बात यह है कि इस सेंटर में सभी सुविधाएं अत्याधुनिक है. 20 बैड के इस सेंटर में नेगेटिव प्रेशर के बैड भी मौजूद है. इसमें इंफेक्शन का खतरा नहीं होता है. इसके अलावा सॉफेस्टीकेटेड आईसीयू के अलावा वेंटिलेटर समेत अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध हैं.