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देखिए सीएम साहब... मॉडल स्कूल के छात्र धरना दे रहे हैं, इनकी मांग और भविष्य पर ध्यान दीजिए! - Students protest

Ichak Model School students protest. स्कूल में बच्चे पढ़ने आते हैं, न की धरना प्रदर्शन करने के लिए. लेकिन बात शिक्षा और भविष्य की हो तो नौनिहाल भी धरना-प्रदर्शन का रूख कर सकते हैं. हजारीबाग के इचाक मॉडल स्कूल के छात्रों ने भी कुछ ऐसा ही किया है. क्या है पूरा मामला, जानिए ईटीवी भारत की इस रिपोर्ट से.

Ichak Model School students protest in Hazaribag
धरना देते इचाक मॉडल स्कूल के बच्चे (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jul 25, 2024, 9:37 PM IST

हजारीबागः झारखंड सरकार की महत्वपूर्ण योजना मॉडल स्कूल जिस सोच के साथ बनाई गयी थी वह पूरी नहीं हो रही है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि स्कूलों में बच्चों को शिक्षा देने के लिए मास्टर ही नहीं है. इसी की मांग को लेकर जिला में इचाक मॉडल स्कूल के छात्र धरने पर बैठ गए. बच्चों का कहना है कि तीन शिक्षक के भरोसे पूरा स्कूल चल रहा है. ऐसे में मॉडल स्कूल जिस उद्देश्य से बनाया गया था वह पूरा नहीं हो रहा है.

हजारीबाग के इचाक मॉडल स्कूल के छात्रों ने दिया धरना (ETV Bharat)

जिस राज्य के स्कूल के बच्चे शिक्षक की मांग को लेकर धरना पर बैठ जाएं तो आप समझ सकते हैं कि शिक्षा का स्तर क्या है. हजारीबाग के इचाक प्रखंड के ढांडा पंचायत में मॉडल स्कूल की छात्र-छात्राएं गुरुवार को धरने पर बैठ गए. छात्रों का कहना है सातवीं से दसवीं तक के स्कूल में महज तीन शिक्षक के भरोसे ही चल रहा है. शिक्षक नहीं होने के कारण कई ऐसे विषय हैं जिनकी पढ़ाई नहीं हो रही है. दूसरी ओर शिक्षकों की कमी के कारण छात्र अनुशासन में नहीं रहते हैं. जिस उद्देश्य से मॉडल स्कूल बनाया गया होता था वह पूरा नहीं हो रहा है. छात्राओं ने अपनी मांग को लेकर घंटे धरने पर रहे ताकि विद्यालय को शिक्षक मिल सके.

विद्यालय में पदस्थापित सहायक शिक्षक भी कहते हैं कि विद्यार्थियों की मांग जायज है. इस वक्त स्कूल में 128 छात्र पढ़ रहे हैं. सातवीं से लेकर दसवीं तक की पढ़ाई विद्यालय में होती है. इंग्लिश मीडियम की पढ़ाई होने के कारण शिक्षक विद्यालय को नहीं मिले हैं. महज चार शिक्षक के भरोसे ही विद्यालय चल रहा है. जिसमें तीन विषय के हैं और एक कंप्यूटर के शिक्षक हैं. एक शिक्षक आए थे, जिन्हें वापस उनके स्कूल बुला लिया गया है. शिक्षक की कमी को लेकर कई बार आवेदन दिया गया है लेकिन अब तक स्कूल को शिक्षक नहीं मिल पाया है.

मॉडल स्कूल इचाक के अध्यक्ष का भी कहना है यह बेहद शर्मनाक बात है कि छात्र शिक्षक की मांग को लेकर धरने पर बैठ रहे हैं. उन्होंने बताया कि पिछले कई माह से शिक्षकों की मांग की जा रही है लेकिन अब तक मांगे पूरी नहीं हुई है. झारखंड में मॉडल स्कूल राज्य सरकार ने प्राइवेट इंग्लिश स्कूलों की तर्ज पर प्रखंडों में बनाया है. जैक के माध्यम से इनमें चयन परीक्षा के आधार पर छठी क्लास में एडमिशन होता है. लेकिन विद्यालय में अगर शिक्षक ही नहीं हो तो नौनिहालों की भविष्य कैसे संवर पाएगा.

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हजारीबागः झारखंड सरकार की महत्वपूर्ण योजना मॉडल स्कूल जिस सोच के साथ बनाई गयी थी वह पूरी नहीं हो रही है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि स्कूलों में बच्चों को शिक्षा देने के लिए मास्टर ही नहीं है. इसी की मांग को लेकर जिला में इचाक मॉडल स्कूल के छात्र धरने पर बैठ गए. बच्चों का कहना है कि तीन शिक्षक के भरोसे पूरा स्कूल चल रहा है. ऐसे में मॉडल स्कूल जिस उद्देश्य से बनाया गया था वह पूरा नहीं हो रहा है.

हजारीबाग के इचाक मॉडल स्कूल के छात्रों ने दिया धरना (ETV Bharat)

जिस राज्य के स्कूल के बच्चे शिक्षक की मांग को लेकर धरना पर बैठ जाएं तो आप समझ सकते हैं कि शिक्षा का स्तर क्या है. हजारीबाग के इचाक प्रखंड के ढांडा पंचायत में मॉडल स्कूल की छात्र-छात्राएं गुरुवार को धरने पर बैठ गए. छात्रों का कहना है सातवीं से दसवीं तक के स्कूल में महज तीन शिक्षक के भरोसे ही चल रहा है. शिक्षक नहीं होने के कारण कई ऐसे विषय हैं जिनकी पढ़ाई नहीं हो रही है. दूसरी ओर शिक्षकों की कमी के कारण छात्र अनुशासन में नहीं रहते हैं. जिस उद्देश्य से मॉडल स्कूल बनाया गया होता था वह पूरा नहीं हो रहा है. छात्राओं ने अपनी मांग को लेकर घंटे धरने पर रहे ताकि विद्यालय को शिक्षक मिल सके.

विद्यालय में पदस्थापित सहायक शिक्षक भी कहते हैं कि विद्यार्थियों की मांग जायज है. इस वक्त स्कूल में 128 छात्र पढ़ रहे हैं. सातवीं से लेकर दसवीं तक की पढ़ाई विद्यालय में होती है. इंग्लिश मीडियम की पढ़ाई होने के कारण शिक्षक विद्यालय को नहीं मिले हैं. महज चार शिक्षक के भरोसे ही विद्यालय चल रहा है. जिसमें तीन विषय के हैं और एक कंप्यूटर के शिक्षक हैं. एक शिक्षक आए थे, जिन्हें वापस उनके स्कूल बुला लिया गया है. शिक्षक की कमी को लेकर कई बार आवेदन दिया गया है लेकिन अब तक स्कूल को शिक्षक नहीं मिल पाया है.

मॉडल स्कूल इचाक के अध्यक्ष का भी कहना है यह बेहद शर्मनाक बात है कि छात्र शिक्षक की मांग को लेकर धरने पर बैठ रहे हैं. उन्होंने बताया कि पिछले कई माह से शिक्षकों की मांग की जा रही है लेकिन अब तक मांगे पूरी नहीं हुई है. झारखंड में मॉडल स्कूल राज्य सरकार ने प्राइवेट इंग्लिश स्कूलों की तर्ज पर प्रखंडों में बनाया है. जैक के माध्यम से इनमें चयन परीक्षा के आधार पर छठी क्लास में एडमिशन होता है. लेकिन विद्यालय में अगर शिक्षक ही नहीं हो तो नौनिहालों की भविष्य कैसे संवर पाएगा.

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