लखनऊ : उत्तर प्रदेश में सीएम योगी का ऑपरेशन तबादला जारी है. अब इस सिलसिले में बलरामपुर और सिद्धार्थनगर जिलों के डीएम बदल दिए गए हैं. इससे दो दिन पहले 12 जिलों के DM और 8 जिलों के एसपी-एसएसपी बदले जा चुके हैं. अब नियुक्ति विभाग की ओर से गुरुवार को आधी रात के बाद दो जिलों के डीएम बदल दिए गए. चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग में निदेशक पद पर कार्य कर रहे आईएएस अधिकारी राजामणि आर. को सिद्धार्थ नगर का जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है. जबकि अब तक सिद्धार्थनगर के डीएम का पदभार संभाल रहे पवन अग्रवाल को बलरामपुर जिले में जिलाधिकारी बना दिया गया है.
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उत्तर प्रदेश में पिछले दो दिन के भीतर 14 जिलाधिकारी इधर से उधर कर दिए गए हैं. सूत्रों के मुताबिक यूपी के 60 जिलाधिकारी बदले जाएंगे. कुल 75 जिले हैं, अब तक 14 बदले जा चुके हैं. 46 की सूची तैयार हो चुकी है. प्रदेश भर के जिलाधिकारी के मन में धुकधुकी बढ़ चुकी है. बताया जा रहा है कि इस बार के यूपी लोकसभा चुनाव में जहां-जहां भी भाजपा की हार हुई है, उन जिलों के अफसरों पर गाज गिरनी तय है.
एक-एक करके जारी होगी लिस्ट: फिलहाल उत्तर प्रदेश के 60 से अधिक जिलों में जिलाधिकारी की धुकधुकी बढ़ी हुई है. माना जा रहा है कि लगभग 46 जिलों के डीएम की सूची तैयार कर ली गई है. इसे एक-एक करके जारी किया जाएगा. इसके बाद में जुलाई के मध्य से जिलों की व्यवस्था बदली हुई नजर आएगी. लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार जिलाधिकारियों के बड़े तबादलों में सरकार की सख्ती की झलक दिखाई दी है. खासतौर पर हारी हुई लोकसभा सीटों पर तैनात जिला अधिकारियों पर पहले गाज गिरी है. मुरादाबाद में तैनात जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह अब तक सरकार की आंख के तारे थे मगर संभल और मुरादाबाद दोनों सीट पर हार के बाद उनको साइड लाइन पोस्टिंग दे दी गई है.
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कानपुर नगर आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार मदन सिंह को: IAS मदन सिंह को कानपुर नगर आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. मदन सिंह कानपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष हैं. वहीं कानपुर के नगर आयुक्त IAS शिवशरणप्पा जीएन डीएम चित्रकूट बनाए गए थे, इसके चलते यह पद खाली चल रहा था. इस पद पर जाने के लिए 3 सीधी भर्ती और 2 स्टेट सर्विस के IAS अपनी कोशिश में लगें है, लेकिन अभी UP में कलेक्टर बदलने पर ही मंथन चल रहा है.
तबादलों के पीछे बीजेपी की हार का फैक्टर: इन तबादलों के पीछे यूपी में बीजेपी का हार का फैक्टर भी बताया जा रहा है. जगह-जगह जहां बीजेपी की हार हुई, उन सीटों पर जिलाधिकारी को हटाकर सरकार ने कार्यकर्ताओं की आवाज सुनी है. चुनाव में बीजेपी की हार के बाद लगातार भारतीय जनता पार्टी के नेता और कार्यकर्ता इस बात की शिकायत करते रहे हैं कि जिलाधिकारी और पुलिस अधिकारियों का समर्थन नहीं मिला. उनका व्यवहार नेताओं के प्रति खराब था. इसलिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए जरूरी हो गया कि अपनी पार्टी की आवाज सुनकर उन्होंने अधिकारियों को हटा दिया है. पिछले दिनों हुए तबादले के बाद अब तक 14 जिलों के डीएम बदल गए हैं. 40 जिला अधिकारियों की सूची नियुक्ति विभाग में तैयार है. अगले कुछ दिनों में बड़े बदलाव हो जाएंगे.
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