जोधपुर. शहर के महामंदिर थाना क्षेत्र में फ्रूट का होलसेल व्यापार करने वाले युवक और उसकी पत्नी को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की वारदात को अंजाम दिया. तीन आरोपियों ने दंपती से 21 लाख रुपए ठग लिए. युवक ने इसको लेकर पुलिस को दी रिपोर्ट में दिनेश सारण, मनोहर सारण और एक स्कूल संचालक पर आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया है.
महामंदिर थाना पुलिस के अनुसार संजीवनी आंनदा में रहने वाले जसराज चौधरी ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि दिनेश सारण नामक युवक उसके पास फ्रूट लेने आता था. धीरे-धीरे उससे बातचीत होने लगी तो उसने अप्रैल 2022 में कहा कि वो पुलिस में है और उसने कई लोगों की सरकारी नौकरी लगा दी है, उसकी भी लगा सकता है. दिनेश ने परिवादी के साथ ही उसकी पत्नी की भी नौकरी लगाने की बात कही. इसके एवज में उसने 22 लाख रुपए की मांग की. इसके बाद उसने रुपए लेने शुरू कर दिए. सबसे पहले वन विभाग की नौकरी दिलाने की बात कही और पांच लाख रुपए एडवांस मांगे, जो परिवादी ने उसे दे दिए. यह क्रम लगातार चलता रहा। दो साल तक नौकरी नहीं मिली तो पुलिस में मामला दर्ज करवाया. जांच अधिकारी गोविंद सिंह का कहना है कि मामले की जांच शुरू की गई है.
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डमी परीक्षार्थी को दिलाई पैसे : वन रक्षक भर्ती के लिए जसराज ने फॉर्म भरा था. दिनेश ने ओमप्रकाश विश्नोई नाम के एक युवक से उसे मिलाया, जिसने उसका आधार बनाकर परीक्षा देने की बात कही. इसके एवज में उसने 50 हजार रुपए लिए. इतना ही नहीं इसके बाद दिनेश सारण ने मनोहर सारण से मिलवाया जिसने अलग अलग नौकरियों के लिए फॉर्म भरवाए. इस दौरान परिवादी से लगातार रुपए लिए जाते रहे. बाद में पैरा मेडिकल कोर्स के लिए डिग्री दिलवाई. एक स्कूल संचालक से मिलवाकर टाइपिंंग की परीक्षा दिलवाई, तब तक कुल 21 लाख रुपए ले लिए गए थे. गत वर्ष जून में फिर एक परीक्षा दिलवाई और कहा कि दो महीने में नौकरी के आदेश आ जाएंगे. दिनेश ने रुपए के बदले जसराज से दो चेक ले लिए. इसके बाद चुनाव की बात कहकर आरोपी परिवादी को नौकरी के लिए टालने लगा. वापस तकाजा किया तो उसने फोन उठाना बंद कर दिया. इसके बाद परिवादी ने पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया है.