सवाई माधोपुर : बाघों की अठखेलियों को लेकर विश्व स्तर पर अपनी खास पहचान रखने वाले सवाई माधोपुर स्थित रणथंभौर में इन दिनों पर्यटकों का सैलाब उमड़ रहा है. शीतकालीन छुट्टियों और नए साल के आगमन को यादगार बनाने के लिए बड़ी संख्या में देसी विदेशी पर्यटक रणथंभौर पहुंचे रहे हैं, जिसके चलते रणथंभौर की बुकिंग आगामी एक सप्ताह से भी अधिक समय के लिए फुल चल रही है. रणथंभौर के तकरीबन सभी होटल और रेस्तरां भी पर्यटकों से आबाद हैं. बड़ी संख्या में पर्यटक रणथंभौर में टाइगर सफारी का लुत्फ उठा रहे हैं.
रणथंभौर में बढ़ते पर्यटकों के दबाव को देखते हुए रणथंभौर के नेचर गाइड मुकेश ने बताया कि इस वर्ष पिछले सालों की तुलना में अधिक पर्यटक रणथंभौर आ रहे हैं. 5 जनवरी तक रणथंभौर में पर्यटक पहुंचेंगे. फिलहाल सफारी बुकिंग भी फुल चल रही है. जंगल जाने वाले पर्यटकों को कई जोन में टाइगर साइटिंग हो रही है. रणथंभौर आने वाले पर्यटकों की हर संभव मदद करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन पर्यटकों का दबाव इतना ज्यादा है कि उनका यह प्रयास भी नाकाफी साबित हो रहा है.
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रणथंभौर में पर्यटकों की अधिक संख्या को देखते हुए वन विभाग की ओर से अतिरिक्त व्यवस्था की गई है. एनटीसीए की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए जितने पर्यटकों की मदद की जा सकती है वे कर रहे हैं. रणथंभौर में लगातार वीआईपी मूवमेंट भी बना हुआ है. वना विभाग के अधिकारियों का कहना है कि एनटीसीए की गाइडलाइन के मुताबिक रणथंभौर में एक पारी में 140 से 145 वाहन ही भ्रमण पर जा सकते हैं. वाहनों की संख्या सीमित होने के चलते अचानक रणथंभौर आने वाले पर्यटकों को समस्या अवश्य हो रही है, लेकिन पर्यटकों को टाइगर सफारी कराने का प्रयास किया जा रहा है.
रणथंभौर में प्रतिदिन तकरीब 3500 पर्यटक टाइगर सफारी कर रहे हैं. बावजूद इसके कई पर्यटकों को टाइगर सफारी नसीब नहीं हो पा रहा है. रणथंभौर में दो पारियों में पर्यटक टाइगर सफारी पर जाते हैं, जिनके लिए वन विभाग की ओर से 140 कैंटर और जिप्सी सुबह की पारी में और इतने ही शाम की पारी में पार्क भ्रमण पर भेजे जा रहे हैं, फिर भी कुछ पर्यटकों को निराश होना पड़ रहा है.