अजमेर: तीर्थ राज पुष्कर की नाग पहाड़ी पर बुधवार को भीषण आग लग गई. पहाड़ी के शिखर पर लगी आग कई किलोमीटर दूर से भी देखी जा सकती है. वन विभाग पुलिस मित्र और स्थानीय लोगों की सहायता से आग पर की कोशिश की गई. ऊंचाई के कारण दमकल वहां तक पहुंच नहीं सकती है. लिहाजा मौके पर पहुंचे लोग पेड़ों की हरी डालिया तोड़कर उन्हें फटकार कर आग बुझा रहे हैं.
आग अजमेर और पुष्कर दोनों और की पहाड़ी पर लगी है. अजमेर के हाथी खेड़ा क्षेत्र की तरफ नाग पहाड़ी का दूसरा हिस्सा है. इस तरफ आग ज्यादा भीषण बताई जा रही है. वहीं पुष्कर की ओर नाग पहाड़ी के शिखर पर स्थित राजा भृतहरि की गुफा से लेकर करीब 500 मीटर की परिधि में आग अपना कब्जा जमा चुकी है. सामाजिक कार्यकर्ता अरुण पाराशर ने बताया कि नाग पहाड़ी से करीब डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर उनके निवास से आग साफ देखी जा सकती है. वन विभाग की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं.
आग बुझाने के प्रयास अजमेर और पुष्कर दोनों तरफ से किया जा रहे हैं. पाराशर ने बताया कि पहाड़ी पर अक्सर इन दिनों में आग लग जाती है. बरसात के बाद पहाड़ी पर घास सूख जाती है. चरवाहे यहां पशु चराने के लिए आते हैं. वहीं कई लोग चोरी छुपे लड़कियां काटने भी आते हैं. संभवतया किसी ने बीड़ी या सिगरेट पी है और जिससे आग लग गई. दूसरा कारण किसी असामाजिक तत्व की ओर से भी सूखी घास में आग लगाना है. फिलहाल आग लगने के कारण स्पष्ट नहीं है.
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इनका कहना है: अजमेर वन अधिकारी सुगनाराम ने बताया कि अजमेर और पुष्कर रेंज के बीच नाग पहाड़ी के शिखर पर समतल स्थान है. बारिश के दौरान यहां घास उगती है, जो अब सूख चुकी है. यहां आने वाले किसी व्यक्ति ने बीड़ी-सिगरेट पी कर उसे बुझाया नहीं. इस कारण आग लगी है. उन्होंने बताया कि अजमेर और पुष्कर रेंज की टीम दोनों और पहाड़ी पर पहुंच गई है और आग पर लगभग काबू पा लिया गया है.