वाराणसी : रामनवमी करीब है और इसकी तैयारियां भी जोर-शोर से हो रही हैं. लेकिन राम नाम की धुन में सिर्फ भारत में ही लोग मगन नहीं हैं, कई मुस्लिम देशों में भी रामनवमी को लेकर काफी उत्साह अभी से नजर आ रहा है. यही कारण है कि बनारस में तैयार हो रही श्री राम के दरबार की झांकी की डिमांड इन देशों में तेजी से बढ़ी है. कीमत 600 से लेकर डेढ़ लाख रुपये तक है. 6 इंच से लेकर के एक फीट के साइज में इसे तैयार किया जा रहा है. इंडोनेशिया से तो इतने ऑर्डर मिले हैं कि कारीगर ऑर्डर लेने से मना कर रहे हैं.
वाराणसी इन दिनों राममय है. यहां पर अयोध्या का राम मंदिर मॉडल और राम दरबार तैयार किया जा रहा है. इसके साथ ही श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का मॉडल भी काफी मात्रा में तैयार किया जा रहा है. काशी के शिल्पकार इन्हें तैयार करने में काफी व्यस्त हैं. वाराणसी में बीते लगभग दो साल में बाबा विश्वनाथ के दरबार की मांग काफी बढ़ी है. इसके साथ ही जब से अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन हुआ है तब से राम दरबार की मांग में इजाफा हुआ है.
लगभग 10 लाख रुपये का मिला ऑर्डर
स्टेट अवार्डी ओम प्रकाश शर्मा बताते हैं कि मुस्लिम देश इंडोनेशिया से हमारे यहां राम दरबार का ऑर्डर मिला है. यह ऑर्डर बड़े व्यापारियों द्वारा दिया गया है. राम दरबार की काफी डिमांड है. इसके लिए कई देशों से ऑर्डर आ रहे हैं. इसके साथ ही रामनवमी से पहले हमें 50 पीस राम दरबार बनाकर देने हैं. यह कुल मिलाकर 8 से 10 लाख रुपये में तैयार होगा. करीब 12 से 14 लोग इस काम को मिलकर पूरा कर रहे हैं. इसके साथ ही कुछ कारीगरों को देकर भी इस काम को करा रहे हैं.
काफी बढ़ गई है राम दरबार की मांग
बताया कि हमारा बनाया हुआ राम दरबार का मॉडल इंडोनेशिया के राष्ट्रपति को दिया गया था. उसके बाद राम दरबार की मांग काफी बढ़ गई. इस समय हम जितनी भी मात्रा में राम दरबार बनाएं, वह कम ही पड़ रहा है. शुरुआत में राम मंदिर की एक प्रतिमा तैयार की थी, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया जाना था. मेलों में भी राम मंदिर और बाबा विश्वनाथ के मंदिर का मॉडल रखा गया, जहां पर इनकी खूब खरीदारी लोगों ने की है.
एक लाख रुपये की कीमत तक हैं लकड़ी के मॉडल
ओम प्रकाश शर्मा बताते हैं कि इन दिनों राम दरबार की लकड़ी की प्रतिमा तैयार कर रहे हैं. ऑर्डर काफी अधिक है. इसे पूरा करने के लिए ही लगभग 14 लोग लगे हुए हैं, जबकि कुछ कारीगरों को भी काम दिया है. इस समय शहर में लगभग 10 करोड़ की लकड़ी की प्रतिमाओं के ऑर्डर मिले हुए हैं. लगभग सभी शिल्पकार राम दरबार और बाबा विश्वनाथ का दरबार बनाने में लगे हुए हैं. राम मंदिर मॉडल या राम दरबार के अलावा बाबा विश्वनाथ के दरबार का मॉडल भी अलग-अलग रेंज में बनाया जा रहा है. 8 हजार रुपये लेकर 1 लाख रुपये तक की कीमत के मॉडल हैं. छोटी साइज के मॉडल की कीमत लगभग 600 रुपये से शुरू होती है.
बढ़ता गया लकड़ी के खिलौनों का कारोबार
उद्योग विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वाराणसी में लकड़ी के खिलौनों का उद्योग लगातार बढ़ता जा रहा है. साल 2017 में इस उद्योग का सालाना कारोबार 20 करोड़ का था. वहीं अब यह बढ़कर दोगुना यानी की लगभग 40 करोड़ का हो गया है. साल 2015 में जब इन उत्पादों को जीआई टैग मिला तो इनका व्यापार और अधिक बढ़ गया. राम मंदिर, बाबा विश्वनाथ दरबार सबसे अधिक मांग में है. इसके साथ ही साथ भगवान हनुमान, भगवान शिव, भगवान राम, भगवान गणेश की प्रतिमाओं की अलग-अलग रूपों में भी खूब डिमांड हो रही है. वहीं लकड़ी से बनने वाले सिंदूरदान, डिबिया, ओखल आदि की मांग भी बनी रहती है.
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