अल्मोड़ा: श्रवण मास में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है. इस दौरान लोग घरों में और शिवालयों में जलाभिषेक एवम पार्थिव पूजा विधि विधान से करते हैं. इन दिनों विश्व प्रसिद्ध शिव धाम जागेश्वर में पार्थिव पूजा व जलाभिषेक करने के लिए दूर दूर से भक्त पहुंच रहे हैं. वही बड़ी संख्या में कांवड़िये भी पहुंच रहे हैं. जिससे पूरे क्षेत्र में बम बम भोले के जय जयकारों से पूरा क्षेत्र गुंजायमान है.
श्रावण मास के तीसरे सोमवार को जागेश्वर में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा. सुबह से ही मंदिर में विभिन्न गांव के लोग जात्रा लेकर पहुंचे. सोमवार को मनिआगर एवं अल्मोड़ा के कर्नाटक खोला से जात्रा जागेश्वर धाम पहुंची. वहीं सैकड़ों लोग इस जात्रा के साथ जागेश्वर पहुंचे. वहां स्थित ब्रम्ह कुंड में स्नान कर बाबा भोलेनाथ के दर्शन किए. इसके अलावा बड़ी संख्या में भक्त अपने परिवार के साथ पार्थिव पूजा करने में लगे रहे.
वहीं, अनेक भक्तों ने जलाभिषेक कर बाबा भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त किया. इस दौरान दूर दूर से कांवड़िये भी पहुंचे थे. कांवड़ियों ने जागेश्वर धाम में जल चढ़ाया. इस दौरान उनके चरण पादुका धोते हुए महिलाओं ने पारंपरिक परिधान में पूजा अर्चना की वहीं शिवालय में दूर दूर से आए कांवड़ियों के चरण धोकर उनका स्वागत किया और आशीर्वाद प्राप्त किया. इस दौरान श्रावणी मेले में बाजार भी लगी हुई है. जहां से लोग खरीददारी भी कर रहे हैं. वहीं, सोमवार को जिले के सभी शिवालयों में भक्तों की लंबी लंबी कतार पूजा अर्चना व दर्शन को लगी रही. इस दौरान पूरा माहौल भक्तिमय बना रहा.