नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली में आयोजित बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर और कथावाचक पंडित धीरेंद्र शास्त्री की हनुमंत कथा में शुक्रवार को दिव्य दरबार का आयोजन किया गया. इस दौरान कई लोगों की चिट्ठियां खुलीं और उनकी शंका का समाधान बताया गया. इस कथा के आयोजक सांसद मनोज तिवारी हैं. इस अवसर पर भजन गायक कन्हैया मित्तल ने मनोज तिवारी के साथ भजनों की प्रस्तुती भी दी.
अपने प्रवचन में पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि गुरु वही है जो भगवान से भक्तों का परिचय करा दे और शिष्य वह है गुरु की दीक्षा का पालन कर जीवन को आदर्श बना दे. इसके अलावा उन्होंने अन्य कई प्रसंग भी पंडाल में मौजूद लाखों लोगों को सुनाए. उन्होंने यह भी कहा कि भक्ति जीवन की मुक्ति का मार्ग बन जाती है. इसके बाद सीताराम-सीताराम के उद्घोष से पूरा पंडाल गुंजायमान हो गया.
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इसके बाद हनुमंत कथा के आयोजक सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि यह कथा स्थल बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के आगमन के बाद झूम रहा है. घोंडा गुजरान खादर का यह दृश्य हमें अयोध्या में भगवान श्री राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा उत्सव जैसा दिख रहा है. कथा के माध्यम से भक्ति और हिंदू की शक्ति दोनों का प्रदर्शन एक साथ समाज को मजबूत करने का उदाहरण पेश कर रहा है. मंच पर सफाई कर्मचारियों महिलाओं और 51 मंदिरों के पुजारियों द्वारा आरती में शामिल होना इस बात का परिचायक है.
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