जगदलपुर: छत्तीसगढ़ में इन दिनों भारी बारिश और बाढ़ जैसे हालात हैं. इस बीच जगदलपुर जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर तोकापाल के कोयर नाला में बुधवार को विशालकाय मगरमच्छ देखा गया है. मगरमच्छ दिखने से स्थानीय लोगों में खौफ का माहौल है. स्थानीय लोगों की मानें तो पिछले 50 सालों में पहली बार मगरमच्छ तोकापाल नाला पहुंचा है.
पहले भी बारिश में देखा जा चुका है मगरमच्छ: इस बारे में चित्रकोट SDO योगेश कुमार रात्रे ने कहा कि, " बुधवार सुबह तोकापाल स्थित कोयरनाला में ग्रामीणों ने सनबाथ करते हुए विशालकाय मगरमच्छ को देखा. इसके बाद लोगों ने इसकी जानकारी वन विभाग को दी. जानकारी के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. फिलहाल टीम मगरमच्छ पर निगरानी बनाये हुए रखी है. कोयरनाला बस्तर की इंद्रावती नदी का सहायक नाला है. बस्तर में भारी बारिश के कारण इंद्रावती नदी से कोयरनाला में मगरमच्छ आ गया है. इससे पहले भी बारिश के दिनों में इसी नाले में मगरमच्छ देखा गया था.
"इस मगरमच्छ जिसकी लंबाई करीब 4 से साढ़े 4 फीट है. इसकी निगरानी के लिए फॉरेस्ट गार्ड और चौकीदार की ड्यूटी लगाई गई है. नाले में पानी का बहाव काफी तेज होने के कारण किसी प्रकार का कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है. यदि बहाव कम होती है और मगरमच्छ खुद से वापस नहीं लौटता है तो ऐसी स्थित में रेस्कयू करके उसे सुरक्षित जगह पर छोड़ा जाएगा." -योगेश कुमार रात्रे, एसडीओ, चित्रकोट
लोगों को किया गया अलर्ट: इसके अलावा जहां मगरमच्छ पाया गया, वहां नाले के पास स्थित खेतों के मालिकों को अलर्ट किया गया है. साथ ही नाले के दोनों तरफ स्थित गांव के लोगों को इसकी जानकारी मुनादी करके दी जा रही है. ताकि कोई उस नाले की ओर न जाएं. छत्तीसगढ़ के बस्तर का वातावरण वन्य प्राणियों के साथ ही जलीय जीवों के लिए काफी अनुकूल माना जाता है. यही कारण है कि विलुप्तप्राय जीव पाए जाते हैं. साथ ही बस्तर में मगरमच्छों की संख्या में हर साल इजाफा देखा जा रहा है.