बिलासपुर : आजकल लोगों को पेट्स पालने का शौक है. ज्यादातर घरों में आपको डॉग्स और कैट्स मिल जाएंगे. लेकिन इसके अलावा अब घरों में कबूतर और मछली, तोता भी पाले जाने लगे है. लोगों का मानना है कि पेट्स दिमागी थकावट को दूर करते हैं. लेकिन इन दिनों जिस पेट्स का चलन सबसे ज्यादा है वो हैं मछलियां.लोग घरों में एक्वेरियम लाकर उसमें मछलियां रखते हैं. ऐसे में मछलियों की देखभाल करना और उनके एक्वेरियम की सफाई करना बड़ा चैलेंज है.आज हम आपको बताएंगे कैसे अपने घर के एक्वेरियम की सफाई करें,ताकि मछलियां स्वस्थ रहे.
कैसे करें एक्वेरियम की सफाई : एक्वेरियम और समुद्री मछलियों की बिक्री करने वाले दुकानदार मुसीब कमर ने इस बारे में जानकारी दी. मुनीर के मुताबिक एक्वेरियम की महीने में एक बार सफाई जरूरी है.जिससे मछलियों को नया पानी मिले.पानी में अधिक ऑक्सीजन होने से मछलियां स्वस्थ्य रहती हैं. सबसे पहले एक्वेरियम के चारों ओर के कांच की सफाई करें. फिर दो पाइप लेना चाहिए. एक जाली होनी चाहिए जो प्लास्टिक या तार की हो. जिसे एक्वेरियम के बीच में रखना चाहिए.
एक्वेरियम में पानी बदलने का तरीका : सभी मछलियों को एक साइड कर देना चाहिए. जिससे मछलियां एक तरफ हो जाए और दूसरी तरफ से आप पाइप से पानी निकलना शुरू करें. जब एक्वेरियम का पानी एक तिहाई निकल जाए तो दूसरी तरफ से एक्वेरियम में नया पानी डाले. जिससे मछलियां बिना पानी के ना हो, इसके बाद पानी निकालने वाले पाइप को बाहर करें. पहले की तरह एक्वेरियम में उतना ही पानी डाले जितना उसमें पहले था.
ऑक्सीजन पंप होना चाहिए अच्छा: मुसीब कमर ने बताया कि मछलियों को बेहतर ऑक्सीजन मिलना चाहिए. इसलिए ऑक्सीजन पंप अच्छी कंपनी का होना जरुरी है. पानी में हलचल जितना होगा उतना ही मछलियों को अच्छा ऑक्सीजन मिलेगा और मछलियां स्वस्थ रहेंगी. इसके अलावा पंप की सफाई भी 3 महीने में एक बार करनी चाहिए. ताकि उसमें किसी प्रकार का कचरा या मछलियों का दाना न फंसा हो.अगर ऐसा होता है तो पंप जल्दी खराब हो जाता है. पंप खराब होने की स्थिति में मछलियों को ऑक्सीजन नहीं मिलता. जिससे उनकी मौत हो जाती है.
मछलियों में लगे फंगस को ऐसे करे साफ : आपके एक्वेरियम की मछली में भी बीमारी जैसी स्थिति बन सकती है. इसकी पहचान करने के लिए आप अपनी मछलियों को ध्यान से देखें. जब आपको लगे कि आपकी मछली सुस्त है या एक कोने में ही रुकी हुई है. उन में सफेद स्पॉट दिखे तो आप समझ जाए कि आपकी मछली फंगस ग्रसित हो गई है.इसके लिए आपको मछली का इलाज करना होगा.बाजार में फंगस दूर करने की दवा उपलब्ध है. डॉक्टर की सलाह पर दवा लाकर पानी में डाले. मछलियों को दाना देते समय ध्यान रखें कि एक मछली को चार दाना मिले. इसके मुताबिक फिस टैंक के मछलियों की संख्या का चार गुना दाना होना चाहिए.