लखनऊ: छठ महापर्व विश्व भर में बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. ऐसे में राजधानी लखनऊ के लक्ष्मण मेला मैदान में बहुत ही धूमधाम से गुरुवार को छठ महापर्व मनाया जा रहा हैं. गुरुवार शाम महिलाओं ने सूर्यास्त को नमस्कार करके अर्घ्य दिया.
महिलाओं ने बताया कि छठी मैया हर मन्नत पूरी करती है यह प्रकृति का त्यौहार है. इसमें ढलते हुए सूरज और उगते हुए सूरज की उपासना की जाती है. छठी मैया से यही बिनती रहती है कि छठी मैया हमारे देश को निरंतर आगे बढ़े हमारा घर परिवार खुश रहे. लोग खुशहाल में जीवन व्यतीत करें.
सुरक्षा व्यवस्था को देखा जाए तो प्रशासन की टीम पूरी अलर्ट है. स्वास्थ्य विभाग ने भी यहां पर स्वास्थ्य कैंप लगाया है. लक्ष्मण मेला मैदान में हर एक कोने पर पुलिस बल तैनात है. महिलाओं ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि यहां पर सुरक्षा व्यवस्था बहुत अच्छी की गई है हर जगह पुलिस तैनात है गीत संगीत का कार्यक्रम चल रहा है साथ ही बड़े ही धूमधाम के साथ जहां पर पूजा अर्चना की जा रही है.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने दी शुभकामनाएं: छठ महापर्व यूपी-बिहार की पहचान है. महापर्व के मौके पर सभी को ढेर सारी शुभकामनाएं. यह बड़ा ही कठिन व्रत है. यूपी-बिहार के अलावा अब विश्व पटल पर महापर्व छठ मनाया जाता है. कोई व्यक्ति अपने घर से दूर भले ही रहें लेकिन वह जहां भी रहता है वहीं इस महापर्व को मनाता है. वैश्विक स्तर पर बड़े धूमधाम से छठ मनाया जा रहा है.
यह हमारी संस्कृति की पहचान है. जो सूर्यास्त और सूर्योदय की उपासना की जाती है. यह बातें गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छठ महापर्व के मौके पर कहीं. उन्होंने लक्ष्मण मेला मैदान पर सूर्य भगवान को अर्घ्य देकर प्रणाम किया. उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि छठ महापर्व विश्व भर में बहुत धूमधाम से मनाया जा रहा है. यूपी बिहार का छठ महापर्व प्राकृति के लिए है.
बनारस के गंगा घाटों पर उमड़ा जन सैलाब: लोक आस्था के महापर्व डाला छठ का आज पहले अर्ध्य पूर्ण हो गया. 5 नवंबर को नहाए खाए के साथ शुरू हुए इस महापर्व के पहले अस्ताचलगामी सूर्य के अर्थ को देने के लिए काशी के गंगा घाटों पर जनसैलाब उमड़ा. बिहार के इस महापर्व की अद्भुत छठ अब देश के हर हिस्से में देखने को मिल रही है.
वाराणसी के अस्सी घाट राजेंद्र प्रसाद, घाट दशाश्वमेध घाट, मणिकर्णिका और सिंधिया घाट समेत पंचगंगा घाट पर बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी के बीच डूबते हुए सूर्य को अर्घ देकर इस कठिन व्रत का पहला हिस्सा आज पूर्ण हुआ. कल सुबह उदय मां यानी उगते हुए सूर्य को अर्घ देकर वृद्धि महिलाएं अपने इस व्रत को पूर्ण करेंगी.
गोरखपुर में राप्ती नदी पर उमड़ा आस्था का सैलाब: लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा के अवसर पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ देने की परंपरा का निर्वाह गोरखपुर में राप्ती नदी के तट पर व्रती महिलाओं ने गुरुवार को पूरा किया. इस दौरान नदी तट पर हजारों की भारी भीड़ देखने को मिली. व्रती महिलाओं के साथ उनके परिवार और इस लोक आस्था के पर्व में आस्था रखने वाले श्रद्धालुजनों की राप्ती नदी पर भारी मौजूदगी रही.
नदी तट पर अपनी-अपनी बेदी को सजाकर महिलाएं भगवान भास्कर के डूबने की प्रतीक्षा में, हाथ जोड़कर पूजा- पाठ करती नजर आईं. जब सूर्य देव अपने डूबने की स्थिति की ओर बढ़ते चले तो महिलाओं ने भी हाथ में सूप और उसमें ऋतु फलों के साथ इस धरती पर जो कुछ भी उत्पन्न होने वाली चीज हैं उसे भरकर दीप जलाकर भगवान भास्कर की आराधना पूजा करने में लीन हो गईं. वह अर्घ्य देने के साथ अपने व्रत के इस चरण को पूरा कीं.
प्रयागराज में छठ पूजा के साथ शारदा सिन्हा को दी गई श्रद्धांजलि: डाला छठ पर्व पर व्रती महिलाओं ने प्रयागराज के संगम तट में खड़ी होकर डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया. उपासना के महापर्व डाला छठ पर्व पर संगम तट के तमाम घंटों पर भारी भीड़ उमड़ी. पुत्रों की लंबी उम्र की कामना के लिए 36 घंटे का निर्जल उपवास रखते हुए महिलाएं शाम को डूबते सूर्य को अर्घ्य देने घाट पर पहुंचीं.
महिलाओं ने नदी में कमर तक पानी में खड़ी होकर डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर परिवार में सुख-समृद्धि के लिए छठ माता से प्रार्थना की. परिजन पूजन सामग्री लेकर महिलाओं के साथ खड़े रहे तो वहीं घाट पर बनाई गईं वेदियों पर समूह में महिलाओं ने विधि-विधान से छठ माता की पूजा-अर्चना की. महिलाओं ने छठ माता को गन्ना, फल, फूल व मिष्ठान आदि अर्पित कर पुत्र की लंबी उम्र की कामना की. इतना ही नही एक सांस्कृतिक संध्या का आयोजन भी किया गया जिसमें मशहूर भोजपुरी डाला छठ के गाने से ज्यादा पहचान बनाने वाली गायिका शारदा सिन्हा को संगम तट पर 2 मिनट मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई.
कुशीनगर में मुस्लिम व्यक्ति ने रखा छठ पूजा का व्रत, डाल लेकर पहुंचे छठ घाट: कुशीनगर जिले के कसया तहसील अंतर्गत कुकुरपट्टी गांव के एक मुस्लिम व्यक्ति ने आस्था का पर्व छठ का व्रत रखा. वह पूरे विधि विधान से फलों और ठेकुआ से भरी बांस की बनी टोकरी सिर पर रखकर छठ घाट पहुंचे. महमूद अंसारी निवासी कुकुरपट्टी ने आस्था के महापर्व छठ पर पहली बार व्रत रखा. अन्य लोगों की तरह घर में पूजा के लिए बनी सामग्री को बांस की बनी टोकरी में रखकर संध्या को सूर्य अर्घ्य देने के लिए शिवपट्टी छठ घाट पहुंचे. लोगो ने उनकी आस्था और विश्वास को देखते हुए अपने साथ छठ घाट पर पूजा विधि बताते हुए पूजा संपन्न करने में मदद की.
DGP प्रशांत कुमार बोले, आस्था और समर्पण का महासंगम है छठ महापर्व: डीजीपी प्रशांत कुमार ने धूमधाम से छठ महापर्व मनाया. यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार लखनऊ गोमती नगर में छठ महापर्व में शामिल हुए. छठ महापर्व गहरी भावनात्मक और सांस्कृतिक कड़ी का प्रतीक है. छठ पर्व भारत की संस्कृति और परम्पराओं का अनमोल हिस्सा है. यह महापर्व हमे एकता प्रेम और सहयोग का असली संदेश देती है.
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