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क्या मधुमक्खियों के काटने से हो सकती है मौत, जानिए इलाज के उपाय - bee sting

क्या मधुमक्खी का काटना इतना खतरनाक है कि मौत हो जाए. किन परिस्थितियों में मौत संभव है और मधुमक्खी के काटने पर क्या उपाय करने चाहिये. इसके बारे में जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉ अर्पण सिंह चौहान से बात की.

BEE STING
मधुमक्खियों का हमला
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Apr 7, 2024, 9:53 AM IST

मधुमक्खियों के डंक का इलाज

अंबिकापुर: छत्तीसगढ़ के एमसीबी जिले में बीते महीने मधुमक्खी के हमले से एक महिला की मौत हो गई. ऐसे में लोगों के मन में सवाल उठते हैं कि क्या मधुमक्खी के काटने से मौत हो सकती है. मधुमक्खी के डंक में ऐसा क्या है जो इतना खतरनाक है कि मौत हो जाए. मधुमक्खी के काटने पर क्या उपाय करने चाहिये. इन सभी सवालों के जवाब अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉ अर्पण सिंह चौहान ने दिए हैं.

मधुमक्खियों के अटैक से मौत संभव: डॉ. अर्पण सिंह ने बताया, "मधुमक्खी के हमले से मौत हो सकती है, लेकिन एक दो मधुमक्खी के काटने से मौत नहीं होती. जब मधुमक्खियों का झुंड एक साथ अटैक कर देता है, तब मौत संभव है. छत्तीसगढ़ में आमतौर पर 8 से 10 प्रकार की मधुमक्खी पाई जाती हैं. इनमें से एक मधुमक्खी डंक ही नहीं मारती. मधुमक्खी खुद से कभी हमला नहीं करती, जब तक उसके साथ छेड़छाड़ ना की जाये."

"जब भी बी स्ट्रिंग होता है, तो शरीर में कई तरह के रिएक्शन होते हैं, जिसे हाइपरसेंसिटिव रिएक्शन कहा गया है. इसे 4 भाग में बांटा गया है. टाइप 1 से 4 तक. मधुमक्खी के काटने से टाइप 1 और 4 इनिशिएट हो सकता है. इसमें आपके जबड़े और जीभ में सूजन आ जाती है, आपके होंठ में सूजन आ जायेगी, आपको सांस लेने में तकलीफ जाएगी, श्वास नली ब्लॉक हो जायेगा और जब सांस नहीं ले पाएंगे तो मौत भी संभव है." - डॉ. अर्पण सिंह, एमडी मेडिसिन, अंबिकापुर एमसीएच

मधुमक्खी के काटने पर अपनाएं यह तरीके: अगर किसी को ज्यादा मधुमक्खी ने काटा हो तो डॉक्टर के मुताबिक यह तरीका अपनाना चाहिए. डॉ. अर्पण सिंह ने बताया, "सबसे पहले हमले में घायल व्यक्ति की सांस चेक करें, ऑक्सीजन सेचुरेशन जांच करें. क्योंकि कई बार एनाफ्लेक्सिस ऐसा होता है कि फेफड़े की जो मसल्स हैं, वो भी स्टीफ हो जाती हैं. ऐसे में तुरंत एस्टरॉयड देना चाहिये. इसके बाद नजदीकी अस्पताल लेकर जाएं. वेंटिलेटर होना बेहद जरूरी है, क्योंकि अगर एक बार वेंटिलेटर पर नली डल गई तो हाइपोक्सिया नहीं हो पायेगा और हाइपोक्सिया नहीं होगा, तो डेथ भी नहीं होगी."

एमसीबी में मधुमक्खियों के हमसे हुई मौत: दरअसल, बीते माह मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर के गोदरीपारा इलाके से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई थी. यहां मधुमक्खियों ने एक पति पत्नी पर हमला किया था. जिसमें महिला की मौत हो गई. इस घटना में मोहल्ले के कई लोगों को भी मधुमक्खियों ने काटा था. प्राथमिक उपचार के बाद उनकी हालत थोड़ी ठीक बताई गई, लेकिन बाद में महिला की दर्दनाक मौत हो गई थी.

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अंबिकापुर: छत्तीसगढ़ के एमसीबी जिले में बीते महीने मधुमक्खी के हमले से एक महिला की मौत हो गई. ऐसे में लोगों के मन में सवाल उठते हैं कि क्या मधुमक्खी के काटने से मौत हो सकती है. मधुमक्खी के डंक में ऐसा क्या है जो इतना खतरनाक है कि मौत हो जाए. मधुमक्खी के काटने पर क्या उपाय करने चाहिये. इन सभी सवालों के जवाब अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉ अर्पण सिंह चौहान ने दिए हैं.

मधुमक्खियों के अटैक से मौत संभव: डॉ. अर्पण सिंह ने बताया, "मधुमक्खी के हमले से मौत हो सकती है, लेकिन एक दो मधुमक्खी के काटने से मौत नहीं होती. जब मधुमक्खियों का झुंड एक साथ अटैक कर देता है, तब मौत संभव है. छत्तीसगढ़ में आमतौर पर 8 से 10 प्रकार की मधुमक्खी पाई जाती हैं. इनमें से एक मधुमक्खी डंक ही नहीं मारती. मधुमक्खी खुद से कभी हमला नहीं करती, जब तक उसके साथ छेड़छाड़ ना की जाये."

"जब भी बी स्ट्रिंग होता है, तो शरीर में कई तरह के रिएक्शन होते हैं, जिसे हाइपरसेंसिटिव रिएक्शन कहा गया है. इसे 4 भाग में बांटा गया है. टाइप 1 से 4 तक. मधुमक्खी के काटने से टाइप 1 और 4 इनिशिएट हो सकता है. इसमें आपके जबड़े और जीभ में सूजन आ जाती है, आपके होंठ में सूजन आ जायेगी, आपको सांस लेने में तकलीफ जाएगी, श्वास नली ब्लॉक हो जायेगा और जब सांस नहीं ले पाएंगे तो मौत भी संभव है." - डॉ. अर्पण सिंह, एमडी मेडिसिन, अंबिकापुर एमसीएच

मधुमक्खी के काटने पर अपनाएं यह तरीके: अगर किसी को ज्यादा मधुमक्खी ने काटा हो तो डॉक्टर के मुताबिक यह तरीका अपनाना चाहिए. डॉ. अर्पण सिंह ने बताया, "सबसे पहले हमले में घायल व्यक्ति की सांस चेक करें, ऑक्सीजन सेचुरेशन जांच करें. क्योंकि कई बार एनाफ्लेक्सिस ऐसा होता है कि फेफड़े की जो मसल्स हैं, वो भी स्टीफ हो जाती हैं. ऐसे में तुरंत एस्टरॉयड देना चाहिये. इसके बाद नजदीकी अस्पताल लेकर जाएं. वेंटिलेटर होना बेहद जरूरी है, क्योंकि अगर एक बार वेंटिलेटर पर नली डल गई तो हाइपोक्सिया नहीं हो पायेगा और हाइपोक्सिया नहीं होगा, तो डेथ भी नहीं होगी."

एमसीबी में मधुमक्खियों के हमसे हुई मौत: दरअसल, बीते माह मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर के गोदरीपारा इलाके से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई थी. यहां मधुमक्खियों ने एक पति पत्नी पर हमला किया था. जिसमें महिला की मौत हो गई. इस घटना में मोहल्ले के कई लोगों को भी मधुमक्खियों ने काटा था. प्राथमिक उपचार के बाद उनकी हालत थोड़ी ठीक बताई गई, लेकिन बाद में महिला की दर्दनाक मौत हो गई थी.

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