जयपुर. पिंकसिटी सोमवार को सतरंगी हो गई. यहां रंगों का फेस्टिवल होली का त्योहार पूरे उमंग और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. चारों ओर बस एक ही गूंज सुनाई दी- बुरा न मानो होली है. वहीं, छोटीकाशी के आराध्यदेव गोविंददेवजी मंदिर में दरबार में ठाकुरजी को रंग-अबीर अर्पित किया गया. फूल, अबीर-गुलाल बरसाए गए. युवा, बच्चा, महिला, पुरुष, यहां तक कि बुजुर्ग भी अपने आराध्य की भक्ति में रंग गए.
गोविंददेवजी मंदिर में धूप झांकी से अपने भगवान के साथ होली खेलने के लिए भक्तों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया. श्रद्धालुओं ने जमकर ठाकुरजी के साथ होली खेली और जमकर होली के गीतों पर ठाकुरजी को रिझाया. राधे-राधे की धुन पर भक्त भी झूमते रहे. कुछ युवाओं ने रंग गुलाल के ब्लास्ट और स्मोक फायर चला कर माहौल को सतरंगी बना दिया. इस दौरान कई विदेशी मेहमान भी आस्था के रंग में पूरी तरीके से रंग गए। दोपहर में मंदिर के पट बंद होने के बाद भी भक्तों के आने का सिलसिला जारी रहा.
वहीं, मंदिर के तक पहुंचाने के लिए श्रद्धालुओं की ऐसी भीड़ उमड़ी की प्रशासन भी हक्का-बक्का रह गया. भगवान के साथ होली खेलने के लिए दोपहर तक चारदीवारी क्षेत्र में जाम के हालात बने रहे. वहीं, शाम को 4:30 बजे ग्वाल झांकी हुई और इसके बाद महाप्रभु चैतन्य देव जयंती के उपलक्ष्य में संध्या झांकी से पहले पंच द्रव्यों से ठाकुर श्री गौर गोविंद देव जी के अभिषेक की झांकी हुई, जिसमें दर्शन करने के लिए श्रद्धालु लालायित नजर आए.