हिसार: हिसार के महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट पर डीजीसीए नागरिक उड्डयन विभाग के सलाहकार नर हरि सिंह बांगर ने दौरा किया. इस दौरान टीम ने लाइसेंस के लिए सभी जरुरी तैयारियों की जानकारी ली. 500 करोड़ की लागत से एयरपोर्ट पर बनने वाले टर्मिनल के लिए एआई की टीम भी हिसार पहुंची थी. लाइसेंस मिलते ही अयोध्या, जम्मू कश्मीर, जयपुर, अहमदाबाद के लिए हवाई सेवाएं शुरु की जाएगी. इसके लिए एयरलाइंस के साथ एमओयू भी हो चुका है.
नाइट लाइटिंग के लिए एलआईएस लगाया जाना शेष : नर हरि सिंह बांगर ने कहा कि एयरपोर्ट को जल्द ही लाइसेंस मिल जाने की उम्मीद है. सलाहकार नर हरि सिंह बांगर ने एयरपोर्ट का निरीक्षण किया और सभी संसाधनों की बारीकी से जानकारी हासिल की. उन्होंने निरीक्षण के बाद अधिकारियों से बात की. लाइसेंस संबंधी संसाधनों को लेकर बातचीत की गई. उन्होंने कहा कि नाइट लाइटिंग के लिए एलआईएस लगाया जाना शेष है. जब तक ये सिस्टम नहीं लगेगा, तब तक एयरपोर्ट पर रात्रि में विमान उड़ाने की अनुमति नहीं मिलेगी.
3000 मीटर रनवे का कार्य पूरा : लाइसेंस मिलते ही हिसार से श्री राम जन्म भूमि मंदिर अयोध्या, चंडीगढ़, अहमदाबाद, जयपुर और जम्मू के लिए उड़ानें शुरू हो जाएगी. पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने भी महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डे का निरीक्षण किया. पूर्व मंत्री ने निर्माण कार्य का जायजा लेने के बाद बताया कि हिसार एयरपोर्ट पर 37970 वर्ग मीटर क्षेत्र में नई टर्मिनल बिल्डिंग बनाई जा रही है. इसे 1000 यात्रियों की क्षमता के आधार पर बनाया जा रहा है. 3000 मीटर रनवे का कार्य पूरा हो चुका है.
एयरपोर्ट के साथ ही औद्योगिक हब भी बनाया जाएगा : उन्होंने बताया कि हवाई जहाजों को उड़ाने के लिए अहम औपचारिकता लाइसेंस की होती है. महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डे से हमारा भावनात्मक सम्बन्ध जुड़ा है. 2014 में केंद्र और प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू किया गया था. अब समय आ गया है कि उड़ानें शीघ्र ही शुरू हो जाएंगी. पूर्व मंत्री ने बताया कि एयरपोर्ट के साथ ही औद्योगिक हब भी बनाया जाना प्रस्तावित है. कई देशों की बड़ी कंपनियां यहां निवेश करने के लिए अति उत्साही है. इसके साथ ही एयर ट्रैफ़िक कंट्रोल टावर भी बनकर तैयार है. रनवे पर नाइट लैंडिंग के लिए कैट लाइट सिस्टम भी लगाया जाएगा.
डीवीओआर लगाया गया : महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डे के अधिकारियों ने बताया कि यहां डीवीओआर(डॉपलर वेरी हाई फ़्रीक्वेंसी ओमनी रेंज) लगाया गया है. ये राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के एयरपोर्ट पर लगाया जाना अति आवश्यक होता है. ये ग्राउंड आधारित रेडियो नेविगेशन सिस्टम है. अब हिसार एयरपोर्ट से किसी भी जहाज को दिशा दिखाई जा सकती है.
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