फरीदाबाद: हिंदू परिवार के पलायन के मामले में बल्लभगढ़ के एसपी ने बड़ा खुलासा किया है. एसीपी महेश कुमार ने बताया कि बल्लभगढ़ की सुभाष कॉलोनी में 27 अक्टूबर की रात को दुर्गा प्रसाद के बेटे पटाखे चला रहे थे. पड़ोस में रहने वाले मुस्लिम परिवार ने पटाखा चलाने का विरोध किया. जिसे लेकर दोनों परिवारों के बीच झगड़ा हो गया.
दो परिवारों में झगड़े का मामला: पुलिस को दी शिकायत में पीड़ित दुर्गा प्रसाद ने बताया कि पड़ोसियों ने उनके परिवार पर ईंट-पत्थरों से हमला कर दिया. जिसमें उनके परिवार के लोग घायल हुए हैं. दुर्गा प्रसाद की शिकायत पर मामला दर्ज पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. मामले में आसिफ नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. बाकी लोगों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
हिंदू परिवार के पलायन की खबर अफवाह? फरीदाबाद में हिंदू परिवार के पलायन और घर बिकाऊ की खबरों का खंडन करते हुए एसीपी महेश कुमार ने कहा कि इस विषय में भी जांच की गई. आसपास रहने वाले परिवारों से भी सच्चाई जानी. जांच में ऐसा कुछ निकाल कर सामने नहीं आया. ये सब अफवाह है. एसीपी ने बताया कि पीड़ित ने अपने घर के बाहर जो 'घर बिकाऊ' का पोस्टर लगाया है. वो उसने खुद ही पहले से लगाया है, क्योंकि उन्हें अपना मकान बेचना है. उन्होंने इससे पहले भी एक मकान बेचा हुआ है. इस पोस्टर का लड़ाई से कोई लेना देना नहीं है.
बल्लभगढ़ के एसीपी ने बताई पूरी कहानी: एसीपी ने बताया ये पूरा विवाद सिर्फ एक पटाखा चलाने को लेकर के हुआ था. विशेष समुदाय के परिवार से परेशान होकर घर बेचना या पलायन करना. ये सब बातें झूठी हैं. जांच में जो सामने आया है. वो ये है कि ये सिर्फ पटाखे को लेकर लड़ाई का मामला था. इस मामले में आठ नामजद लोगों के खिलाफ मामला दर्ज है. आठ में से एक को गिरफ्तार कर लिया गया है.
क्या था पूरा मामला? 27 अक्टूबर की रात हिंदू परिवार पटाखे जला रहा था. उनके पड़ोसी (मुस्लिम परिवार) ने पटाखे जलाने का विरोध किया. इसी बात को लेकर दोनों परिवारों के बीच लड़ाई हो गई. इस लड़ाई का सीसीटीवी भी सामने आया है. जिसमें दोनों परिवार झगड़ते नजर आ रहे हैं. इस मामले के बाद पीड़ित परिवार के घर के बाहर 'ये मकान बिकाऊ है' का पोस्टर वायरल हो गया. जिसके बाद अफवाह उठी कि मुस्लिम परिवार की वजह से हिंदू परिवार पलायन को मजबूर हो गया है. जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया.
पीड़ित परिवार ने लगाया था प्रताड़ना का आरोप: पीड़ित परिवार के मुखिया दुर्गा प्रसाद ने कहा था "यहां हिंदुओं का कोई नहीं है. मुस्लिम परिवार ना भजन, ना कीर्तन करने देते हैं. यहां हम त्योहार नहीं मना सकते. समय-समय पर धमकियां दी जाती है. मारपीट की जाती है. मुस्लिम परिवार के द्वारा झगड़ा किया जाता है. पटाखा चलाने पर उन्होंने हमारे पूरे परिवार पर हमला कर दिया. हमें गंदी गालियां दी. बेटी और पत्नी पर भी हमला कर दिया. क्या हिंदुओं को त्योहार मनाने का भी अधिकार नहीं है?"
'ये लोग जीने नहीं दे रहे': पीड़ित परिवार के मुखिया ने रोते हुए बताया था "मैं यहां 30 साल से अपने परिवार के साथ रह रहा हूं. पहले यहां का इतना खराब माहौल नहीं था, क्योंकि इनकी तादाद कम थी. अब धीरे-धीरे इनकी तादाद बढ़ गई है. इन लोगों ने एक तरीके का कश्मीर बना रखा है, आतंक का माहौल फैलाया हुआ है. इस कॉलोनी को बंगाल बना रखा है. ये लोग जीने नहीं दे रहे."
एक आरोपी गिरफ्तार: दुर्गा प्रसाद ने कहा "एक महीने पहले भी किसी हिंदू परिवार पर उन्होंने हमला किया गया था. उनकी बेटी के साथ भी बदसलूकी की थी. पीड़ितों ने पुलिस में भी शिकायत दी थी, लेकिन पुलिस ने कोई मामला दर्ज नहीं किया. मेरे साथ भी मारपीट की गई है. बेटी के साथ बदसलूकी की गई है. इसलिए मैं यहां से मकान बेचकर पलायन कर रहा हूं." इसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया था. मामले में फिलहाल मुख्य आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है.
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