गढ़वा: असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा रविवार को गढ़वा विधानसभा क्षेत्र के मेराल प्रखंड के पेशका हाई स्कूल मैदान में चुनावी रैली करने पहुंचे. गढ़वा पहुंचते ही असम के मुख्यमंत्री का भाजपा कार्यकर्ताओं और प्रत्याशियों ने गुलदस्ता और बड़ी माला देकर स्वागत किया.
इस अवसर पर चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि अगर हम एकजुट हो जाएं तो एक-एक कर घुसपैठियों को भगा सकते हैं. अगर हम एकजुट हैं तो हम सुरक्षित हैं. अगर हम एकजुट रहेंगे तो अत्याचार नहीं हो सकता. घुसपैठिए रामनवमी जुलूस और माता के विसर्जन को रोक रहे हैं. अगर ये लोग जीत गए तो हमारा समाज और संस्कृति नहीं रहेगी.
हमारी संस्कृति बचाने का है यह चुनाव
उन्होंने कहा कि यह चुनाव हमारी संस्कृति को बचाने की लड़ाई है और यह लड़ाई एकजुट रहकर ही लड़ी जा सकती है. सहारा में पैसा डूबा है. सरकार बनते ही हम पैसे की एक-एक पाई लौटाएंगे. छत्तीसगढ़ और ओडिशा में धान 3100 रुपये में बिकता है. यहां भी धान 3100 रुपये में खरीदा जाएगा. बिना खर्चे और बिना पर्ची के नौकरी देना हमारी प्राथमिकता है. 21 लाख गरीबों के लिए घर बनवाएंगे. झारखंड को महान राज्य बनाने की दिशा में काम करेंगे. गढ़वा सीट जीतना स्वाभिमान की बात है.
मिथलेश ठाकुर ने मां दुर्गा के विसर्जन में बाधा डाली
उन्होंने कहा कि मिथलेश ठाकुर ने मां दुर्गा के विसर्जन में बाधा डाली. अगली बार अगर मां का दूध पिया है तो बाधा डालकर देखना, मिथलेश ठाकुर जेल में होगा. बाबर और औरंगजेब ने भी रामनवमी जुलूस रोकने की कोशिश की थी, लेकिन हिंदुओं ने उन्हें रोक दिया, फिर मिथलेश ठाकुर कौन है?
'बालू की काली कमाई से बनवाया गया मंदिर का गेट'
उन्होंने कहा कि मां गढ़ देवी के गेट पर मां का नाम नहीं है, मंत्री के माता-पिता का नाम है. यह कैसी पूजा है? यह गेट बालू की काली कमाई से बनाया गया है. गढ़वा में किसी को नौकरी नहीं मिली, सरकार ने जो घोषणाएं की थी, उसे पूरा नहीं किया, बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया गया, झामुमो समर्थकों को भी कोई लाभ नहीं मिला, जल जीवन मिशन में घोटाले के आरोपी मिथलेश ठाकुर जेल जाएंगे. मिथलेश और आलमगीर आलम और इरफान अंसारी सरकार की घोषणाओं का सोना खा गए. उन्होंने कहा कि झारखंड में सरकार बनने के बाद बालू मुक्ति समेत भाजपा के घोषणा पत्र में किए गए हर लाभ समय पर दिए जाएंगे.
यह भी पढ़ें:
Jharkhand Election 2024: राहुल गांधी और हेमंत सोरेन घुसपैठियों को संरक्षण दे रहे हैं- हिमंता