शिमला: हिमाचल में बीते 27 फरवरी को हुए राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस विधायकों द्वारा किए गए क्रॉस वोटिंग से उपजे सियासी संकट को लेकर अब सबकी नजरें सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर टिकी हैं. सुप्रीम कोर्ट में आज हिमाचल के 6 बागी कांग्रेस विधायकों की याचिका पर सुनवाई होगी. ऐसे में प्रदेश में लोकसभा चुनाव के साथ विधानसभा की 6 सीटों पर उपचुनाव होंगे या नहीं? इस बारे में स्थिति स्पष्ट होगी.
बागी विधायकों पर सुप्रीम कोर्ट का क्या होगा फैसला: 16 मार्च को चुनाव आयोग ने हिमाचल की चार लोकसभा चुनाव सीटों के साथ ही प्रदेश में छह विधानसभा सीटों के लिए भी उपचुनाव घोषित कर दिए थे. जहां कांग्रेस विधायकों को विधानसभा अध्यक्ष ने अयोग्य घोषित कर दिया था. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि हिमाचल में अंतिम चरण में चुनाव है. जिसके लिए चुनाव की अधिसूचना 7 मई, 2024 से शुरू होगी. इसलिए चुनाव प्रक्रिया की शुरुआत भी इसी तारीख से होगी. कानूनी विशेषज्ञ के मुताबिक अगर 6 बागी विधायकों की याचिका पर विधानसभा अध्यक्ष के ऑर्डर पर स्टे मिल जाता है तो उस स्थिति में हिमाचल में उपचुनाव की जरूरत नहीं पड़ेगी.
इन सीटों पर उपचुनाव की घोषणा: चुनाव आयोग ने हिमाचल में लोकसभा की चार सीटों के साथ विधानसभा की 6 सीटों पर उपचुनाव का ऐलान कर दिया हैं. अभी जिन 6 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव संभावित है, उसमें सुधीर शर्मा की धर्मशाला सीट, राजेंद्र राणा की सुजानपुर, इंद्रदत्त लखनपाल की बड़सर, चैतन्य शर्मा की गगरेट, देवेंद्र भुट्टो की कुटलैहड़ और रवि ठाकुर की लाहुल-स्पीति सीट शामिल है. ये सभी सीटें कांग्रेस के बागी विधायकों की हैं, जिन्हें पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने पर विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने अयोग्य घोषित कर दिया था. ऐसे में कांग्रेस के ये छह बागी विधायक स्पीकर के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गए हैं.
दिल्ली में कांग्रेस प्रत्याशियों पर आज चर्चा: कांग्रेस पार्टी की आज दिल्ली में बैठक होने का रही हैं. जिसमें लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों के नाम पर चर्चा कर सकती है. हालांकि लोकसभा के लिए प्रत्याशियों का चयन सेंट्रल इलेक्शन कमेटी करेगी. जिसकी मीटिंग अभी होनी है, लेकिन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू राहुल गांधी की न्याय यात्रा में शामिल होने के लिए मुंबई गए हैं. ऐसे में सोमवार शाम को वह मुंबई से दिल्ली लौटेंगे. राहुल गांधी के भी दिल्ली लौटने का कार्यक्रम है. दिल्ली लौटने के बाद मुख्यमंत्री पार्टी हाईकमान और अन्य नेताओं से मुलाकात करेंगे. इस दौरान लोकसभा चुनाव के संभावित प्रत्याशियों को लेकर भी चर्चा हो सकती है.
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