शिमला: हिमाचल प्रदेश में जल्द ही लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिलने वाली है. मौसम विभाग के अनुसार 20 जून को प्रदेश में मानसून दस्तक देने वाला है. जिसके बाद प्रदेश में बारिश का दौर शुरू होगा और लोगों को गर्मी और हीट वेव से राहत मिलेगी. वहीं, दूसरी ओर इस बार मानसून की दस्तक लोगों के दिलों में दहशत को भी जगा रही है. लोगों को रह-रह कर बीते साल के मानसून का वो खौफनाक मंजर याद आ रहा है, जिसके दिए जख्म अभी तक भर नहीं पाए हैं.
खौफ भरी है मानसून की दस्तक
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में 2023 में भारी बारिश से आई त्रासदी ने हर ओर तबाही मचा दी थी. जिससे मिले जख्म अभी भी हरे हैं. मानसून के आने पर जहां एक ओर लोगों को हीटवेव से राहत मिलेगी. वहीं, दूसरी ओर मानसून की दस्तक लोगों को डरा भी रही है. पिछले साल जुलाई माह की 8 और 9 तारीख को प्रदेश में बादल ऐसे बरसे थे कि मंडी और कुल्लू जिले में हर ओर तबाही का मंजर देखने को मिला था. ऐसे में जहां जुलाई का महीना पास आ रहा है. वहीं, मानसून सीजन भी शुरू होने को है. इसलिए लोगों में भी डर का माहौल बन रहा है कि इस साल की बरसात अपने साथ आखिर क्या लेकर आएगी.
सैंज में भी डरा रहा बरसात का आगमन
सैंज घाटी के रहने वाले रमेश कुमार हीरालाल भीम सिंह का कहना है कि बीते साल हुई भारी आपदा के चलते उनकी जमीन बह गई और उनके मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए. हालांकि सरकार के द्वारा उन्हें मुआवजा तो दिया गया है, लेकिन अभी भी पिन पार्वती नदी का तटीकरण का कार्य पूरा नहीं हो पाया है. ऐसे में अगर आने वाले समय में फिर से नदी में बाढ़ आती है, तो उनकी उपजाऊ जमीन के बहने का खतरा फिर से हो सकता है.
बीते साल जलमग्न हुआ था पंडोह बाजार
पंडोह निवासी विशाल वर्मा ने बताया कि पिछली बरसात में पंडोह में व्यास नदी में आई भयंकर बाढ़ से काफी तबाही हुई थी. जिससे पंडोह का पूरा बाजार जलमग्न हो गया था और पंडोह की लाइफ लाइन लाल पुल भी इसमें बह गया था. 1 महीने बाद फिर से बरसात आने वाली है और उन्हें एक बार फिर से बरसात का डर सताने लगा है.
फ्लैश फ्लड में तबाह हुआ था पूरा गांव
सरकाघाट निवासी बंटी चौहान ने बताया कि बीती बरसात में सरकाघाट में भारी नुकसान हुआ था. उनका गांव गुम्हू फ्लैश फ्लड के कारण तबाह हो गया था. इसके बाद गांव वासियों को कई दिन स्कूल में रहकर रात बितानी पड़ी थी. कुछ समय पहले ही उन्होंने क्षतिग्रस्त घरों की मरम्मत करवाई है. एक बार फिर से बरसात आने वाली है और पिछली बरसात के जख्म अभी भी हरे ही हैं. इसलिए उन्हें इस बार बरसात का डर सताने लगा है.
हिमाचल आपदा में ₹9712 करोड़ का नुकसान
गौरतलब है कि साल 2023 में बरसात में आई आपदा से हिमाचल प्रदेश को करीब ₹9712 करोड़ का नुकसान हुआ था. प्रदेश में लैंडस्लाइड, भारी बारिश और बाढ़ ने जमकर तबाही मचाई थी. प्रदेश में पिछले साल लैंडस्लाइड की 169 घटनाएं और फ्लैश फ्लड की 72 घटनाएं हुई थी. आपदा में लोक निर्माण विभाग को सबसे ज्यादा करीब 2949 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हुआ था. इसके अलावा जल शक्ति विभाग को 2419 करोड़ रुपए, बिजली बोर्ड को 1917 करोड़ रुपए, कृषि-बागवानी विभाग को 570 करोड़ रुपए और ग्रामीण विकास विभाग को 675 करोड़ रुपए का भारी नुकसान हुआ था.
509 जिंदगियां चढ़ी थी आपदा की भेंट
इसके अलावा साल 2023 में हिमाचल प्रदेश में आई मानसून त्रासदी में 509 लोगों की जान गई थी. वहीं, प्रदेश में आई त्रासदी की सबसे बड़ी घटना 14 अगस्त को घटी थी, जब एक ही दिन में 55 लोग मौत का ग्रास बन गए थे. 14 अगस्त को ही सोमवार के दिन शिमला के समरहिल में स्थित शिव मंदिर भी मलबे की चपेट में आया था. जिसमें 20 मासूम जिंदगियां समा गई थीं. 14 अगस्त को हिमाचल में प्रकृति का रौद्र रूप देखने को मिला थी, जिसमें शिमला जिले में 14, मंडी में 19, सिरमौर में 7, सोलन में 13 लोगों की मौत हो गई. वहीं, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा में विभिन्न हादसों में हुई मौतों के बाद ये आंकड़ा 55 पहुंच गया था.
ये भी पढ़ें: हिमाचल में मौसम का हाल: जानें कब तक सताएगी गर्मी? तापमान अभी भी 40 पार