शिमला: हिमाचल प्रदेश में शनिवार 1 जून को लोकसभा के अंतिम चरण का मतदान संपन्न हुआ. हिमाचल की चारों सीटों पर 70 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ है. सभी प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है. जिनका फैसला अब 4 जून को मतगणना के बाद होगा. वहीं, शनिवार को अभी मतदान के लिए लोग लाइनों में लगे ही हुए थे कि एग्जिट पोल के नतीजे सामने आने लगे. हालांकि नतीजे 4 जून को सामने आएंगे, लेकिन इससे पहले ही एग्जिट पोल के आंकड़ों ने सियासी गलियारों में खलबली मचा दी है.
भाजपा के फेवर में एग्जिट पोल
कई एग्जिट पोल के मुताबिक देश में जहां फिर से एनडीए की सरकार बन रही है. वहीं, हिमाचल में कुछ एग्जिट पोल के अनुसार भाजपा इस बार भी 4-0 का आंकड़ा बरकरार रखेगी. जबकि कुछ एग्जिट पोल के मुताबिक कांग्रेस प्रदेश में 1 से 2 सीट जीत रही है. हिमाचल की मंडी सीट पर कंगना रनौत और विक्रमादित्य सिंह के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है, जिसके चलते कई एग्जिट पोल ने हिमाचल में भाजपा-कांग्रेस के लिए 3-1 का आंकड़ा दिया है. ऐसे में ये देखना काफी दिलचस्प होगा कि मतगणना के बाद एग्जिट पोल के नतीजे कितने सटीक बैठते हैं.
हिमाचल में एग्जिट पोल के नतीजे
- दैनिक भास्कर: बीजेपी को 2-3 सीटें और कांग्रेस को 1-2 सीटें
- इंडिया टीवी: बीजेपी को 3-4 सीटें और कांग्रेस को 0-1 सीट
- रिपब्लिक भारत मैटराइज: बीजेपी को 2-3 सीटें और कांग्रेस को 1-2 सीटें
- टाइम्स नाउ: बीजेपी को 3 सीटें और कांग्रेस को 1 सीट
जबकि इंडिया न्यू डी डायनामिक, इंडिया टुडे एक्सिस माय इंडिया, जन की बात, न्यूज 24 टुडेज चाणक्य, न्यू नेशन और रिपब्लिक टीवी पी मार्क ने अपने एग्जिट पोल में हिमाचल की चारों लोकसभा सीटें बीजेपी की झोली में जाते हुए बताई हैं.
कौन सी सीट पर बिगड़ेगा BJP का खेल ?
मंडी लोकसभा सीट-
- मंडी सीट से भाजपा ने कंगना रनौत पर इस बार दांव खेला है. जबकि कांग्रेस ने विक्रमादित्य सिंह को मैदान में उतारा है. एग्जिट पोल के नतीजों के मुताबिक मंडी सीट पर मुकाबला कांटे की टक्कर का है. जहां एक ओर कंगना पहली बार चुनावी रण में उतरी हैं. वहीं, विक्रमादित्य सिंह दो बार के विधायक हैं और मौजूदा सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री भी हैं. विक्रमादित्य सिंह की माता प्रतिभा सिंह मंडी की मौजूदा सांसद हैं. ऐसे में एग्जिट पोल के मुताबिक मंडी सीट कांग्रेस की झोली में जा सकती है. मंडी में 72 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ है.
- हमीरपुर लोकसभा सीट- हमीरपुर सीट से 4 बार सांसद रहे अनुराग ठाकुर पर 5वीं बार भाजपा ने भरोसा जताया है. वहीं, कांग्रेस ने सतपाल रायजादा पर दांव खेला है. सतपाल रायजादा पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. इससे पहले वो 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में ऊना विधानसभा क्षेत्र में सतपाल सत्ती से हार गए थे. इस सीट पर भी मुकाबला कड़ा माना जा रहा है, क्योंकि हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से ही प्रदेश के सीएम और डिप्टी सीएम आते हैं. ऐसे में सीएम सुक्खू और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री की साख भी यहां पर दांव पर लगी हुई है.
- शिमला लोकसभा सीट- शिमला सीट से एक बार सांसद रहे सुरेश कश्यप को भाजपा ने फिर से प्रत्याशी के रूप में चुना है. वहीं, कांग्रेस की टिकट पर पहली बार कसौली से विधायक बने विनोद सुल्तानपुरी पर कांग्रेस ने भरोसा जताया है. शिमला संसदीय क्षेत्र में 17 विधानसभाएं हैं, जिनमें से 13 विधायक कांग्रेस के हैं. ऐसे में शिमला सीट पर भी दोनों प्रत्याशियों में कड़ी टक्कर है.
- कांगड़ा लोकसभा सीट- कांगड़ा सीट पर राजीव भारद्वाज और आनंद शर्मा के बीच कड़ा मुकाबला है. भाजपा ने राजीव भारद्वाज को मैदान में उतारा है. वहीं, कांग्रेस ने आनंद शर्मा पर दांव खेला है. दोनों ही प्रत्याशी पहली बार लोकसभा चुनाव के लिए चुनावी रण में उतरे हैं. हालांकि आनंद शर्मा इससे पहले हिमाचल से सांसद के रूप में चुनकर संसद में जा चुके हैं. जिसके चलते कांगड़ा सीट पर कांग्रेस भाजपा का 4-0 का समीकरण बिगाड़ सकती है.
क्या बरकरार रहेगा भाजपा का 4-0 का स्कोर?
गौरतलब है कि हिमाचल में 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने प्रदेश की चारों संसदीय सीटों पर अपना एकाधिकार स्थापित किया था और कांग्रेस को दोनों बार खाली हाथ रहना पड़ा. हालांकि मंडी लोकसभा सीट पर तत्कालीन सांसद रामस्वरूप शर्मा की मौत के बाद 2021 में लोकसभा उपचुनाव हुए थे. जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा सिंह जीती थीं.