शिमला: उद्योगपति एवं पद्म विभूषण रतन टाटा का 86 साल की उम्र में निधन हो गया है. रतन टाटा ने बीती रात मुंबई के एक निजी अस्पताल में आखिरी सांस ली. वहीं, रतन टाटा के निधन से पूरे देश में शोक की लहर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू समेत तमाम बड़े नेताओं ने उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की है. रतन टाटा का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री समेत सभी नेताओं ने भी उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर शोक जाहिर करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने शोक जाहिर करते हुए अपने फेसबुक पेज पर लिखा, "देश के के प्रतिष्ठित उद्योगपति एवं समाजसेवी रतन टाटा जी के निधन की खबर अत्यंत दुखद है. उद्योग जगत में उनके अमूल्य योगदान को सदैव याद किया जाएगा."
पूर्व सीएम एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने संवेदनाएं व्यक्त करते हुए लिखा, " भारत के महान सुपुत्र श्री रतन नवल टाटा जी के निधन की खबर से स्तब्ध हूं. देश के रत्न रतन टाटा जी का महाप्रयाण एक अपूरणीय क्षति है. ईश्वर उनकी आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें. स्वर्गीय रतन टाटा जी ने देश, समाज और मानवता की सेवा के लिए जो कार्य किया वह अद्वितीय है। उनका व्यक्तित्व भावी पीढ़ियों को भी प्रेरित करता रहेगा. "
पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, "देश एवं दुनिया के प्रसिद्ध उद्योगपति श्री रतन टाटा जी के निधन का समाचार अत्यंत दुखद एवं पीड़ादायक है. उनका जाना उद्योग जगत के लिए अपूरणीय क्षति है. उनका सम्पूर्ण जीवन देश के औद्योगिक और सामाजिक विकास को समर्पित रहा."
सांसद अनुराग ठाकुर ने संवेदनाएं व्यक्त करते हुए लिखा, "पद्म विभूषण श्री रतन टाटा जी के निधन से बहुत दुःख हुआ. वे एक दूरदर्शी व्यक्ति थे. जिन्होंने भारत के औद्योगिक परिदृश्य को बदल दिया और अपनी विनम्रता, उदारता और सहानुभूति से अनगिनत लोगों के जीवन को छुआ, और भारत के लिए एक सुनहरा अध्याय लिखा."
सांसद कंगना रनौत ने भी रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया. उन्होंने लिखा, "हमने भारत के एक सच्चे रतन श्री रतन टाटा जी को खो दिया है. उनका जीवन हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत रहेगा और वे हमारे दिलों में हमेशा जीवित रहेंगे."
सांसद सुरेश कश्यप ने श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, "देश ने आज एक महान उद्योगपति और प्रेरणादायक व्यक्तित्व को खो दिया. प्रसिद्ध उद्योगपति आदरणीय श्री रतन टाटा जी का निधन पूरे देश के लिए अपूरणीय क्षति है. उन्होंने ना सिर्फ भारतीय उद्योग जगत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया, बल्कि अपने सामाजिक कार्यों से भी अनगिनत बुलंदियों को छुआ है. उनकी सादगी, नेतृत्व और दूरदर्शिता हम सभी को प्रेरणा देती रहेगी."
सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज ने भी शोक व्यक्त करते हुए लिखा, "विश्व के महान उद्योगपति से बढ़कर महान व्यक्तित्व के धनी, समाज व देश सेवा में सदैव समर्पित रहे श्री रत्न टाटा जी की पूर्ति असंभव है."
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने संवेदनाएं प्रकट करते हुए एक्स पर भावुक पोस्ट लिखा, "भारत के प्रख्यात उद्योगपति, 'पद्म विभूषण' श्री रतन टाटा जी का निधन अत्यंत दुःखद है. वह भारतीय उद्योग जगत के महानायक थे. उनका जाना उद्योग जगत के लिए अपूरणीय क्षति है. उनका सम्पूर्ण जीवन देश के औद्योगिक और सामाजिक विकास को समर्पित था. वे सच्चे अर्थों में देश के रत्न थे. वह सादगी और विनम्रता के साथ जिये और राष्ट्र निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया. भावी पीढ़ी के लिए वह हमेशा प्रेरणास्रोत रहेंगे."
भारत के प्रख्यात उद्योगपति, 'पद्म विभूषण' श्री रतन टाटा जी का निधन अत्यंत दुःखद है।
— Raj Bhavan, Himachal Pradesh (@RajBhavanHP) October 10, 2024
वह भारतीय उद्योग जगत के महानायक थे। उनका जाना उद्योग जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। उनका सम्पूर्ण जीवन देश के औद्योगिक और सामाजिक विकास को समर्पित था। वे सच्चे अर्थों में देश के रत्न थे।
वह सादगी…
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने भी रतन टाटा के निधन पर शोक जाहिर किया. उन्होंने लिखा, "भारतीय उद्योगों के दिग्गज और परोपकार के प्रतीक श्री रतन टाटा जी के निधन से बहुत दुःख हुआ. उद्योग और समाज में उनके उल्लेखनीय योगदान ने हमारे देश और दुनिया पर एक अमिट छाप छोड़ी है. वह न केवल एक व्यावसायिक आइकन थे, बल्कि विनम्रता, ईमानदारी और करुणा के प्रतीक थे. इस अपूरणीय क्षति की घड़ी में, हम उनके परिवार, दोस्तों और उन सभी लोगों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं, जिनके जीवन को उन्होंने छुआ. उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी."
Deeply saddened by the passing of Shri Ratan Tata Ji, Titan of Indian industries and a beacon of philanthropy. His remarkable contributions to industry and society have left an indelible mark on our nation and the world. He was not just a business icon but a symbol of humility,…
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) October 9, 2024