रामपुर: डंसा पंचायत के प्राइमरी स्कूल जगुणी को हाल ही में शिक्षा विभाग ने कराली प्राथमिक पाठशाला के साथ मर्ज कर दिया था. अब इस फैसले पर हिमाचल हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है. हाईकोर्ट के इस फैसले के छात्रों के परिजनों ने राहत की सांस ली है.
ग्रामीणों का कहना है कि जगुणी स्कूल के मर्ज होने के बाद छात्रों को पैदल यात्रा कर लगभग दो किलोमीटर दूर जाना पड़ रहा था. इसके चलते छोटे बच्चों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता था. स्कूल को मर्ज करने का अभिभावकों और एसएमसी ने भारी विरोध किया था. स्कूल को मर्ज करने के लिए 17 अगस्त को नोटिफिकेशन जारी हो चुकी थी. 30 अगस्त को स्कूल में शिक्षा विभाग ने ताले जड़ दिए थे. छात्रों के अभिभावक और एसएमसी लगातार सरकार के नुमाइंदों और विभाग से स्कूल को मर्ज न करने की गुहार लगा रहे थे और स्कूल की पुरानी स्थिति को बहाल करने की मांग कर रहे थे.
परिजनों का कहना था कि जगुणी प्राथमिक पाठशाला को कराली स्कूल के साथ मर्ज किया गया था. यहां तक पहुंचने के लिए यातायात की भी सुविधा नहीं है. छोटे बच्चों को पैदल चलने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता. अभिभावकों और एसएमसी सदस्यों ने ग्राम पंचायत प्रधान देशराज हुडन के साथ विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर से भी मुलाकात की थी और स्कूल को मर्ज न करने गुहार लगाई थी, लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला. 18 सितंबर को हिमाचल हाईकोर्ट ने परिजनों को राहत देते हुए स्कूल को मर्ज करने के फैसले पर स्टे लगा दिया है. अब छात्रों की कक्षाएं जगुणी प्राथमिक पाठशाला में ही लगेंगी.
जानकारी देते हुए ग्राम पंचायत प्रधान देश राज हुडन ने बताया कि 18 सितंबर को राजकीय प्राथमिक पाठशाला जगुणी के मर्ज करने को लेकर माननीय उच्च न्यायालय से स्टे मिल गया है. शिक्षा विभाग ने स्कूल को कराली प्राथमिक पाठशाला में मर्ज किया था. ये स्कूल जगुणी गांव से काफी दूरी पर स्थित है. यहां तक पहुंचने के लिए रास्ता भी ठीक नहीं है और अभी बच्चे काफी छोटे-छोटे हैं. इस स्कूल में कुल छात्रों की संख्या 12 है, जिनमें 5 प्राइमरी और 7 नर्सरी में शिक्षा ग्रहण कर रहे थे.
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