शिमला: हिमाचल प्रदेश की राजधानी में स्थानीय लोगों समेत पर्यटकों को अब मिडिल बाजार तक पहुंचने के लिए सीढ़ियां चढ़ कर पसीना नहीं बहाना पड़ेगा. लोअर बाजार से मिडिल बाजार तक अब लोगों को नई बनी लिफ्ट की सुविधा मिलने जा रही है. जिससे लोग आसानी के साथ मिडिल बाजार तक पहुंच सकेंगे. रोपवे ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन की ओर से निर्मित मिडिल बाजार की लिफ्ट का 30 दिसंबर तक संचालन शुरू कर दिया जाएगा. ये आश्वासन रोपवे ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन की ओर से हिमाचल हाईकोर्ट में दिया गया है.
लिफ्ट बनने के बाद भी संचालन नहीं
कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश तरलोक सिंह चौहान और न्यायाधीश सत्येन वैद्य की खंडपीठ ने इस भरोसे के बाद जनहित याचिका को बंद करते हुए अनुपालना सुनिश्चित करने के लिए मामले को 6 जनवरी को सूचीबद्ध करने के आदेश जारी किए. मामले के अनुसार शहर के मिडिल बाजार में करीब डेढ़ करोड़ रुपये से लिफ्ट बनकर तैयार है, लेकिन इसके बावजूद लिफ्ट का संचालन नहीं किया जा रहा था.
लोअर बाजार से चढ़नी पड़ती है 90 सीढ़ियां
इस पर हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए 13 नवंबर को प्रतिवादियों को नोटिस जारी किया था. इसके बाद कोर्ट ने 4 दिसंबर को रोपवे ट्रांसपोर्ट डेवलपमेंट कॉरपोरेशन को जरूरी प्रतिवादी मानते हुए नोटिस जारी किया था. आरोप था कि करोड़ों रुपये खर्च करने के बावजूद पर्यटकों सहित शहर के लोगों को लोअर बाजार से मालरोड तक पहुंचने के लिए लगभग 90 सीढ़ियां चढ़नी पड़ रही थी. इसमें सबसे अधिक परेशानी बुजुर्गों, दिव्यांगजनों और बच्चों को पेश आ रही थी.
2022 में शुरू किया था लिफ्ट का काम
रोपवे ट्रांसपोर्ट डेवलपमेंट कॉरपोरेशन ने साल 2022 में इस लिफ्ट का निर्माण कार्य शुरू किया था. लोअर बाजार में सुंदर पंसारी की दुकान से मिडिल बाजार तक बनी इस लिफ्ट के निर्माण पर करीब 1.47 करोड़ रुपये की राशि खर्च की गई है. कॉरपोरेशन द्वारा 23.55 मीटर ऊंची लिफ्ट का निर्माण कार्य छह महीने की बजाए दो साल के बाद पूरा हुआ है.