सराज: मंडी जिले में एप्पल वैली के नाम से मशहूर सराज घाटी में ओलावृष्टि का कहर बरपा है. ओलावृष्टि ने सेब और मटर के अन्य साथ-साथ नगदी फसलों को भी अपनी चपेट में ले लिया है. इससे क्षेत्र के बागवनों और किसानों की चिंता बढ़ गई है. शाम में लगभग 15 मिनट तक हुई ओलावृष्टि ने सेब और मटर की फसल को बर्बाद कर दिया. मौसम का ये कहर सराज विधानसभा क्षेत्र के बलियारा, केओली, पखरैर, रकचूई, प्याला, भराड, देजी, बरकवाली, खाटूखन्यार थाच में बरपा है. यहां मौसम ने ऐसी करवट ली कि 15 मिनट में ही किसान-बागवानों की महीनों की पहनत पानी हो गई.
गौरतलब है कि मौसम विभाग की ओर से मौसम की चेतावनी जारी की गई थी. दोपहर बाद से ही बादल गरजने के साथ मौसम खराब होना शुरू हुई और कुछ देर बाद ओले गिरने लगे. जिसने सेब और मटर की फसल को अपनी जद में ले लिया. स्थानीय सोहन लाल ठाकुर और विरेंद्र ठाकुर ने कहा कि "ओलावृष्टि इतनी जोरदार थी कि कुछ देर बाद ही खेत और बाग बगीचे ओलों से अट गए. अंदाजा लगाना मुश्किल था कि ओलावृष्टि हुई या बर्फबारी. इस ओलावृष्टि से सेब और मटर सहित कई फसलों को नुकसान पहुंचा है. इलाके के कई किसान-बागवानों की मेहनत बर्बाद हो गई है, जिसकी भरपाई आसान नहीं है."
बागवानी विभाग ने भी माना है कि सराज विधानसभा क्षेत्र के अधिकांश जगहों पर सेब के बागीचों को ओलावृष्टि से नुकसान पहुंचा है. नुकसान का सही आंकलन फील्ड से रिपोर्ट आने के बाद ही किया जा सकेगा. ओलावृष्टि की चपेट में आई सेब-मटर सहित अन्य फसलों पर विभाग ने छिड़काव की सलाह दी है. कृषि विभाग जंजैहली के मुंशी राम ठाकुर ने कहा कि "सराज विधानसभा क्षेत्र में 400 से 500 हैक्टेयर भूमि पर मटर की फसल लगी हुई है, जहां-जहां ओलावृष्टि हुई है, वहां किसान 24 घंटे के अंदर बैबस्टीन एम 45 दवा का छिड़काव करें."
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