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कर्मचारियों के डीए और एरियर को बहाने, लेकिन सुख की सरकार में अपनों के लिए खुला खजाने का मुख - HPBOCWB Chairman Salary - HPBOCWB CHAIRMAN SALARY

Himachal Economic Crisis: हिमाचल प्रदेश में एक ओर सरकार खजाना खाली होने और आर्थिक संकट का रोना रो रही है. वहीं, दूसरी ओर कामगार कल्याण बोर्ड के चेयरमैन नरदेव कंवर के वेतन में सरकार ने 1 लाख की वृद्धि की है. जबकि कर्मचारियों ने पहले ही पेंडिंग डीए और एरियर को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है.

Himachal Economic Crisis
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Aug 31, 2024, 3:00 PM IST

Updated : Aug 31, 2024, 3:37 PM IST

शिमला: इस समय हिमाचल प्रदेश में खजाने के खस्ताहाल और कर्मचारियों के डीए-एरियर आदि लाभों की अदायगी का मुद्दा चारों तरफ चर्चा में है. इन दिनों विधानसभा का मानसून सेशन चल रहा है. इस बीच, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अचानक सदन में एक प्रस्ताव लाकर सभी को चौंका दिया. सीएम सुक्खू ने कहा कि राज्य की खराब आर्थिक हालत को देखते हुए सीएम, मंत्री व सीपीएस सहित निगम-बोर्ड के चेयरमैन अपने दो महीने के वेतन व भत्ते विलंबित यानी डिले करते हैं. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि ये कदम सांकेतिक है और वे सभी विधायकों से भी अपील करते हैं कि इसमें सहयोग करें.

हिमाचल विधानसभा मानसून सत्र में सीएम सुक्खू
हिमाचल विधानसभा मानसून सत्र में सीएम सुक्खू (ETV Bharat)

इस बोर्ड चेयरमैन की सैलरी 1 लाख बढ़ा दी

सीएम के इस ऐलान को अभी कुछ ही समय गुजरा था कि शनिवार को सुबह-सवेरे एक नोटिफिकेशन सोशल मीडिया में तैर गई. ये नोटिफिकेशन हिमाचल प्रदेश भवन व सन्निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड (HPBOCWB CHAIRMAN) के चेयरमैन नरदेव कंवर का वेतन सीधे एक लाख रुपए बढ़ाने से जुड़ी थी. बोर्ड के चेयरमैन को पहले 30 हजार मासिक वेतन मिलता था. अब ये बढ़कर सीधा 1.30 लाख रुपए मासिक कर दिया. इसके बाद सोशल मीडिया पर सुखविंदर सिंह सरकार के इस फैसले के खिलाफ तंज कसे जाने लगे. यहां बता दें कि नरदेव कंवर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के बहुत करीबी माने जाते हैं.

हिमाचल प्रदेश भवन व सन्निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड का नोटिफिकेश
हिमाचल प्रदेश भवन व सन्निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड का नोटिफिकेश (नोटिफिकेश)

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भाजपा लगाती रही है मित्रों की सरकार का आरोप
भाजपा लगाती रही है मित्रों की सरकार का आरोप (ETV Bharat)

भाजपा लगाती रही है मित्रों की सरकार का आरोप

सीएम पर भाजपा पहले भी ये आरोप लगाती आई है कि ये सरकार मित्रों की सरकार है. इस समय राज्य में कैबिनेट रैंक प्राप्त नेताओं में सीएम के मीडिया सलाहकार नरेश चौहान भी सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के बरसों से करीबी मित्र हैं. इसके अलावा सीएम के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा बिट्टू को भी कैबिनेट रैंक हासिल है. विधायक नंदलाल राज्य योजना आयोग के चेयरमैन हैं और उन्हें भी कैबिनेट रैंक दिया गया है. विधायक आरएस बाली भी पर्यटन विकास निगम के चेयरमैन के तौर पर कैबिनेट रैंक धारी हैं. अब कामगार कल्याण बोर्ड के चेयरमैन नरदेव कंवर के वेतन में सीधे एक लाख रुपए बढ़ोतरी की गई है. विडंबना है कि दो दिन पहले सीएम आर्थिक संकट का रोना रोते हैं और फिर अचानक से ये नोटिफिकेशन आ जाती है.

एरियर व डीए को लेकर कर्मचारी आंदोलन पर
एरियर व डीए को लेकर कर्मचारी आंदोलन पर (ETV Bharat)

एरियर व डीए को लेकर कर्मचारी आंदोलन पर

हिमाचल प्रदेश राज्य सचिवालय कर्मचारी महासंघ ने एरियर व डीए को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है. महासंघ के मुखिया संजीव शर्मा का कहना है कि अफसरों व मंत्रियों की ऐश में कोई कमी नहीं है, लेकिन कर्मचारियों को उनके हक के लिए तरसाया जा रहा है. इस बार 15 अगस्त को कर्मचारियों को उम्मीद थी कि कम से कम डीए की चार फीसदी किश्त मिल जाएगी, लेकिन सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्य स्तरीय समारोह स्थल देहरा से ऐसी कोई घोषणा नहीं की. उसके बाद कर्मचारियों का आंदोलन चरम पर पहुंच गया. कैबिनेट मंत्री राजेश धर्माणी के एक बयान ने कर्मचारियों के गुस्से को और भड़का दिया. इस समय कर्मचारी काले बिल्ले लगाकर विरोध कर रहे हैं. कर्मचारियों के एरियर व डीए का 10 हजार करोड़ रुपए से अधिक सरकार पर बकाया है.

पढ़ें: रेवेन्यू डेफिसिट ग्रांट नहीं बढ़ी तो तो गंभीर हो जाएगा हिमाचल का आर्थिक संकट, एरियर देना तो दूर, वेतन-पेंशन के भी पड़ेंगे लाले

पढ़ें: आने वाला है पेंशनर्स की देनदारी का संकट! हिमाचल में 2030-31 में होंगे 2,38,827 पेंशनर्स, भुगतान को एक साल में चाहिए 19628 करोड़

86 हजार करोड़ कर्ज, दो महीने की पे डिले करने से क्या होगा

हिमाचल सरकार के पूर्व वित्त सचिव केआर भारती का कहना है कि छोटे से राज्य हिमाचल प्रदेश पर 86 हजार करोड़ रुपए से अधिक का कर्ज है, ये कोई अच्छी स्थिति नहीं है. इधर, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दो महीने का वेतन डिले करने वाली बात कही है. इससे भला क्या फर्क पड़ेगा? यदि दो महीने का वेतन राहत कोष में दिया जाता तो भी बात कुछ और होती. वहीं, वरिष्ठ मीडिया कर्मी संजीव कुमार शर्मा का कहना है कि यदि नरदेव कंवर की एक लाख रुपए वेतन की बढ़ोतरी वाली नोटिफिकेशन सही है तो फिर आर्थिक संकट का रोना क्यों? नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर भी कह चुके हैं कि सिर्फ वेतन विलंबित किया गया है. ये आंखों में धूल झोंकने जैसा ह. वहीं, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू का कहना है कि उनकी सरकार ने कई कदम उठाए हैं और उनका असर आने वाले समय में होगा. उन्होंने दावा किया कि 2027 तक हिमाचल देश का सबसे समृद्ध राज्य होगा.

ये भी पढ़ें: हिमाचल सरकार ने ऐसा क्या किया कि मीर बख्श ने मांगा 10 अरब का मुआवजा, जानें आज़ादी के पहले से चल रहे मामले की पूरी कहानी

ये भी पढ़ें: "मैं पूर्व CM, मुझे हिमाचल सरकार ने दी है 3 लाख KM चल चुकी खटारा गाड़ी, रिपेयर के लिए भी पैसे नहीं दे रही सरकार"

शिमला: इस समय हिमाचल प्रदेश में खजाने के खस्ताहाल और कर्मचारियों के डीए-एरियर आदि लाभों की अदायगी का मुद्दा चारों तरफ चर्चा में है. इन दिनों विधानसभा का मानसून सेशन चल रहा है. इस बीच, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अचानक सदन में एक प्रस्ताव लाकर सभी को चौंका दिया. सीएम सुक्खू ने कहा कि राज्य की खराब आर्थिक हालत को देखते हुए सीएम, मंत्री व सीपीएस सहित निगम-बोर्ड के चेयरमैन अपने दो महीने के वेतन व भत्ते विलंबित यानी डिले करते हैं. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि ये कदम सांकेतिक है और वे सभी विधायकों से भी अपील करते हैं कि इसमें सहयोग करें.

हिमाचल विधानसभा मानसून सत्र में सीएम सुक्खू
हिमाचल विधानसभा मानसून सत्र में सीएम सुक्खू (ETV Bharat)

इस बोर्ड चेयरमैन की सैलरी 1 लाख बढ़ा दी

सीएम के इस ऐलान को अभी कुछ ही समय गुजरा था कि शनिवार को सुबह-सवेरे एक नोटिफिकेशन सोशल मीडिया में तैर गई. ये नोटिफिकेशन हिमाचल प्रदेश भवन व सन्निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड (HPBOCWB CHAIRMAN) के चेयरमैन नरदेव कंवर का वेतन सीधे एक लाख रुपए बढ़ाने से जुड़ी थी. बोर्ड के चेयरमैन को पहले 30 हजार मासिक वेतन मिलता था. अब ये बढ़कर सीधा 1.30 लाख रुपए मासिक कर दिया. इसके बाद सोशल मीडिया पर सुखविंदर सिंह सरकार के इस फैसले के खिलाफ तंज कसे जाने लगे. यहां बता दें कि नरदेव कंवर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के बहुत करीबी माने जाते हैं.

हिमाचल प्रदेश भवन व सन्निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड का नोटिफिकेश
हिमाचल प्रदेश भवन व सन्निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड का नोटिफिकेश (नोटिफिकेश)

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भाजपा लगाती रही है मित्रों की सरकार का आरोप
भाजपा लगाती रही है मित्रों की सरकार का आरोप (ETV Bharat)

भाजपा लगाती रही है मित्रों की सरकार का आरोप

सीएम पर भाजपा पहले भी ये आरोप लगाती आई है कि ये सरकार मित्रों की सरकार है. इस समय राज्य में कैबिनेट रैंक प्राप्त नेताओं में सीएम के मीडिया सलाहकार नरेश चौहान भी सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के बरसों से करीबी मित्र हैं. इसके अलावा सीएम के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा बिट्टू को भी कैबिनेट रैंक हासिल है. विधायक नंदलाल राज्य योजना आयोग के चेयरमैन हैं और उन्हें भी कैबिनेट रैंक दिया गया है. विधायक आरएस बाली भी पर्यटन विकास निगम के चेयरमैन के तौर पर कैबिनेट रैंक धारी हैं. अब कामगार कल्याण बोर्ड के चेयरमैन नरदेव कंवर के वेतन में सीधे एक लाख रुपए बढ़ोतरी की गई है. विडंबना है कि दो दिन पहले सीएम आर्थिक संकट का रोना रोते हैं और फिर अचानक से ये नोटिफिकेशन आ जाती है.

एरियर व डीए को लेकर कर्मचारी आंदोलन पर
एरियर व डीए को लेकर कर्मचारी आंदोलन पर (ETV Bharat)

एरियर व डीए को लेकर कर्मचारी आंदोलन पर

हिमाचल प्रदेश राज्य सचिवालय कर्मचारी महासंघ ने एरियर व डीए को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है. महासंघ के मुखिया संजीव शर्मा का कहना है कि अफसरों व मंत्रियों की ऐश में कोई कमी नहीं है, लेकिन कर्मचारियों को उनके हक के लिए तरसाया जा रहा है. इस बार 15 अगस्त को कर्मचारियों को उम्मीद थी कि कम से कम डीए की चार फीसदी किश्त मिल जाएगी, लेकिन सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्य स्तरीय समारोह स्थल देहरा से ऐसी कोई घोषणा नहीं की. उसके बाद कर्मचारियों का आंदोलन चरम पर पहुंच गया. कैबिनेट मंत्री राजेश धर्माणी के एक बयान ने कर्मचारियों के गुस्से को और भड़का दिया. इस समय कर्मचारी काले बिल्ले लगाकर विरोध कर रहे हैं. कर्मचारियों के एरियर व डीए का 10 हजार करोड़ रुपए से अधिक सरकार पर बकाया है.

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86 हजार करोड़ कर्ज, दो महीने की पे डिले करने से क्या होगा

हिमाचल सरकार के पूर्व वित्त सचिव केआर भारती का कहना है कि छोटे से राज्य हिमाचल प्रदेश पर 86 हजार करोड़ रुपए से अधिक का कर्ज है, ये कोई अच्छी स्थिति नहीं है. इधर, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दो महीने का वेतन डिले करने वाली बात कही है. इससे भला क्या फर्क पड़ेगा? यदि दो महीने का वेतन राहत कोष में दिया जाता तो भी बात कुछ और होती. वहीं, वरिष्ठ मीडिया कर्मी संजीव कुमार शर्मा का कहना है कि यदि नरदेव कंवर की एक लाख रुपए वेतन की बढ़ोतरी वाली नोटिफिकेशन सही है तो फिर आर्थिक संकट का रोना क्यों? नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर भी कह चुके हैं कि सिर्फ वेतन विलंबित किया गया है. ये आंखों में धूल झोंकने जैसा ह. वहीं, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू का कहना है कि उनकी सरकार ने कई कदम उठाए हैं और उनका असर आने वाले समय में होगा. उन्होंने दावा किया कि 2027 तक हिमाचल देश का सबसे समृद्ध राज्य होगा.

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Last Updated : Aug 31, 2024, 3:37 PM IST
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