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'बागियों और निर्दलीयों का जनता 1 जून को करेगी फैसला, उससे पहले कोई सरकार गिराने की सोचे तो ये नहीं होगा' - Mukesh Agnihotri on Rebels join Bjp - MUKESH AGNIHOTRI ON REBELS JOIN BJP

Mukesh Agnihotri On Rebels Join Bjp: डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा राजनीति आंकड़ों का खेल है, ये अंक गणित अभी भी सरकार के पक्ष में है. उन्होंने कहा बागियों के भाजपा में शामिल होने और निर्दलीयों के इस्तीफा देने के बाद अब 1 जून को जनता के दरबार में फैसला होना है. इससे पहले कोई सोच ले कि हम सरकार गिरा देंगे तो ये होने वाला नहीं हैं.

Mukesh Agnihotri On Rebels Join Bjp
मुकेश अग्निहोत्री का बीजेपी पर हमला
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Mar 26, 2024, 6:30 AM IST

Updated : Mar 26, 2024, 7:02 AM IST

मुकेश अग्निहोत्री का बीजेपी पर हमला

शिमला: हिमाचल में घटे सियासी घटनाक्रम पर डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने चुटकी ली है. उन्होंने विपक्षी पार्टी पर जुबानी हमला बोला और कहा कि बागियों के भाजपा में शामिल होने और 3 निर्दलीयों के इस्तीफा देने से खेल तो अब शुरू हुआ है. अग्निहोत्री ने कहा राजनीति आंकड़ों का खेल है, ये अंक गणित अभी भी सरकार के पक्ष में है. आज कांग्रेस पहले से अधिक सजग और सतर्क है. उन्होंने कहा बागियों के भाजपा में शामिल होने और निर्दलीयों के इस्तीफा देने के बाद अब 1 जून को जनता के दरबार में फैसला होना है. इससे पहले कोई सोच ले कि हम सरकार गिरा देंगे तो ये होने वाला नहीं हैं. हां अभी तक बहुमत वाली सरकार को गिराने के कई प्रभावशाली प्रयास और नाराजगी को भुनाने की कोशिशें जरूर हुई हैं.

भाजपा को बहुमत के लिए 10 एमएलए और चाहिए: मुकेश अग्निहोत्री ने कहा आज स्थिति में चुनाव होने पर कांग्रेस को बहुमत के लिए एक सीट जीतने की जरूरत है. वहीं भाजपा को 35 के संख्या बल तक पहुंचने के लिए 10 एमएलए की जरूरत है. ऐसे में भाजपा को उपचुनाव को लेकर इतना उत्साहित नहीं होना चाहिए. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और हम जनता के बीच जाएंगे. उन्होंने कहा कि इसके लिए रणनीति तैयार की जा रही है.

कांग्रेस सरकार के पास पूर्ण बहुमत: मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल में सवा साल पहले कांग्रेस की सरकार बनी थी और जनता ने भाजपा को विपक्ष में बैठने के लिए जनादेश दिया था. उन्होंने कहा कि प्रदेश में घटे सियासी घटनाक्रम के बीच 6 एमएलए कांग्रेस का साथ छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए हैं. वहीं तीन निर्दलीयों विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया है. उनको भी विधानसभा सदस्यता से हटा दिया जाए तो विधानसभा में एमएलए की संख्या घटकर 59 रह गई हैं. ऐसे देखा जाए तो कांग्रेस के पास 34 विधायक है और भाजपा के पास अभी भी 25 विधायक हैं. इस तरह से कांग्रेस के पास भाजपा से 9 विधायक अधिक है. बाकी आगे का फैसला आने वाले उपचुनाव में जनता की अदालत में होना है. इसी स्थिति के मुताबिक कांग्रेस को सिर्फ एक एमएलए की जरूरत है.

ये भी पढ़ें: कंगना रनौत पर कांग्रेस की नेत्री की टिप्पणी पर भड़के जयराम ठाकुर, बोले- हिमाचल की बेटी का अपमान सहन नहीं करेगा हिमाचल

मुकेश अग्निहोत्री का बीजेपी पर हमला

शिमला: हिमाचल में घटे सियासी घटनाक्रम पर डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने चुटकी ली है. उन्होंने विपक्षी पार्टी पर जुबानी हमला बोला और कहा कि बागियों के भाजपा में शामिल होने और 3 निर्दलीयों के इस्तीफा देने से खेल तो अब शुरू हुआ है. अग्निहोत्री ने कहा राजनीति आंकड़ों का खेल है, ये अंक गणित अभी भी सरकार के पक्ष में है. आज कांग्रेस पहले से अधिक सजग और सतर्क है. उन्होंने कहा बागियों के भाजपा में शामिल होने और निर्दलीयों के इस्तीफा देने के बाद अब 1 जून को जनता के दरबार में फैसला होना है. इससे पहले कोई सोच ले कि हम सरकार गिरा देंगे तो ये होने वाला नहीं हैं. हां अभी तक बहुमत वाली सरकार को गिराने के कई प्रभावशाली प्रयास और नाराजगी को भुनाने की कोशिशें जरूर हुई हैं.

भाजपा को बहुमत के लिए 10 एमएलए और चाहिए: मुकेश अग्निहोत्री ने कहा आज स्थिति में चुनाव होने पर कांग्रेस को बहुमत के लिए एक सीट जीतने की जरूरत है. वहीं भाजपा को 35 के संख्या बल तक पहुंचने के लिए 10 एमएलए की जरूरत है. ऐसे में भाजपा को उपचुनाव को लेकर इतना उत्साहित नहीं होना चाहिए. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और हम जनता के बीच जाएंगे. उन्होंने कहा कि इसके लिए रणनीति तैयार की जा रही है.

कांग्रेस सरकार के पास पूर्ण बहुमत: मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल में सवा साल पहले कांग्रेस की सरकार बनी थी और जनता ने भाजपा को विपक्ष में बैठने के लिए जनादेश दिया था. उन्होंने कहा कि प्रदेश में घटे सियासी घटनाक्रम के बीच 6 एमएलए कांग्रेस का साथ छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए हैं. वहीं तीन निर्दलीयों विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया है. उनको भी विधानसभा सदस्यता से हटा दिया जाए तो विधानसभा में एमएलए की संख्या घटकर 59 रह गई हैं. ऐसे देखा जाए तो कांग्रेस के पास 34 विधायक है और भाजपा के पास अभी भी 25 विधायक हैं. इस तरह से कांग्रेस के पास भाजपा से 9 विधायक अधिक है. बाकी आगे का फैसला आने वाले उपचुनाव में जनता की अदालत में होना है. इसी स्थिति के मुताबिक कांग्रेस को सिर्फ एक एमएलए की जरूरत है.

ये भी पढ़ें: कंगना रनौत पर कांग्रेस की नेत्री की टिप्पणी पर भड़के जयराम ठाकुर, बोले- हिमाचल की बेटी का अपमान सहन नहीं करेगा हिमाचल

Last Updated : Mar 26, 2024, 7:02 AM IST
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