गाजीपुर : यूपी के कई जिलों में सरकारी स्कूलों के ऊपर से हाईटेंशन लाइन गुजर रही है. हाईटेंशन लाइन की वजह कई विद्यालयों में दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं, लेकिन इसके बावजूद शिक्षा विभाग और प्रशासन की ओर से इस दिशा में कोई सार्थक कदम नहीं उठाए जा रहे हैं. ऐसे में तमाम सरकारी स्कूलों के नौनिहाल मौत के साये में पढ़ाई करने को मजूबर हैं. गाजीपुर के कुछ सरकारी स्कूलों में ऐसा ही हाल है.
गाजीपुर में लगभग दो हजार प्राथमिक विद्यालय और जूनियर हाईस्कूल हैं. सदर ब्लाक के उच्च प्राथमिक विद्यालय मिश्रवलिया के ऊपर से हाई टेंशन तार निकाले गए हैं. इन तारों में हाई वोल्टेज करंट दौड़ता रहता है. बावजूद इसके किसी अधिकारी की नजर यहां दुर्घटना की संभावना की ओर नहीं जा रही है. यहां के शिक्षक शिक्षिकाओं का कहना है कि अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान यह मुद्दा उनके अलावा अभिभावकों ने भी उठाया, लेकिन कोई समाधान नहीं हो रहा है. बच्चे जान हथेली पर रखकर पढ़ाई कर रहे हैं.
फॉक्सगंज नगर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय के कैंपस के ऊपर से हाईटेंशन लाइन निकली है. शिक्षकों द्वारा कई बार लिखित शिकायत भी की गई है. उच्च अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान कई बार मामला संज्ञान में लाया गया, लेकिन समाधान कुछ नहीं निकला. नतीजतन खतरे के नीचे बच्चे पढ़ाई करते हैं और खेलते कूदते हैं. इस मामले में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जनपद में 194 विद्यालयों चिन्हित कर लिया गया है. सीडीओ स्तर से विद्युत विभाग को एस्टीमेट बनाने और उनको हटाने के लिए पत्र लिखा गया है. जल्द ही इसका निस्तारण कर लिया जाएगा.
यह भी पढ़ें : उच्च प्राथमिक विद्यालय पर गिरी हाईटेंशन लाइन, छात्रों और शिक्षकों को लगा झटका