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बोकारो के गांवों में घुसे 32 से भी ज्यादा जंगली हाथी, फसलों को किया बर्बाद, दहशत में ग्रामीण - Herd of wild elephants in Bokaro - HERD OF WILD ELEPHANTS IN BOKARO

Herd of wild elephants in Bokaro. बोकारो के कसमार प्रखंड के हिसीम और खुदीबेड़ा में जंगली हाथियों का झुंड घुस गया है. इससे ग्रामीण दहशत में हैं. हाथियों ने उनकी फसलों को बर्बाद कर दिया है.

Herd of wild elephants in Bokaro
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Apr 14, 2024, 1:55 PM IST

Updated : Apr 14, 2024, 2:16 PM IST

बोकारो के गांवों में घुसे जंगली हाथी

बोकारो: जिले के कसमार प्रखंड के हिसीम और खुदीबेड़ा गांव में अचानक जंगली हाथियों का झुंड झुस गया. इससे पूरे गांव में अफरा-तफरी मच गई. झुंड में करीब 32 हाथी बताए जा रहे हैं, जो अलग-अलग समूहों में बंटे हुए हैं. इस दौरान हाथियों के झुंड ने खुदीबेड़ा समेत आसपास के कई गांवों के ग्रामीणों की गेहूं व अन्य फसलों को रौंदकर नष्ट कर दिया.

ग्रामीणों के अनुसार, हाथियों का झुंड शनिवार सुबह करीब 9:00 बजे हिसीम-केदला और सेवती के घने जंगल के रास्ते गांव में घुस आया. कुछ देर बाद झुंड खुदीबेड़ा पहुंच गया और गांव के किनारे खेतों में लगी फसलों को रौंदने लगा. हाथियों ने खुदीबेड़ा के छोटू राम महतो, राजन महतो व अजीत महतो की करीब दो एकड़ की गेहूं की फसल को रौंद कर नष्ट कर दिया. इसके अलावा एक दर्जन से अधिक ग्रामीणों की भी फसल छिटपुट रूप से नष्ट हो गयी है.

खुदीबेड़ा के ग्रामीणों ने बताया कि करीब 10 साल बाद दिनदहाड़े जंगली हाथियों का झुंड गांव में घुसा है. इससे गांव में डर का माहौल कायम हो गया है. निकटवर्ती सिंहपुर और पिरगुल में भोक्ता पर्व के आयोजन होने के कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा था. हाथियों के झुंड से उनमें भी दहशत का माहौल है.

हिसीम के लालू महतो ने बताया कि हिसीम के महादेव बेड़ा के पास सड़क किनारे हाथियों का एक समूह डेरा डाले हुए था. इस कारण ग्रामीणों का आवागमन काफी कम रहा.

इधर, सिंहपुर पूजा समिति द्वारा बार-बार माइकिंग के माध्यम से श्रद्धालुओं को सचेत किया जा रहा था. घटना की सूचना पाकर वनकर्मी ठाकुरदास महतो मौके पर पहुंचे और गांव में घूम-घूम कर क्षति का जायजा लिया. ठाकुरदास महतो ने बताया कि क्षति की जानकारी विभाग के अधिकारियों को दे दी गयी है.

संयुक्त ग्राम वन प्रबंधन समिति खुदीबेड़ा के अध्यक्ष अधीरचंद्र चक्रवर्ती ने दिनदहाड़े हाथियों के झुंड के गांव में घुसने पर चिंता जतायी है. उन्होंने कहा कि अगर इसी तरह दिनदहाड़े हाथियों का झुंड गांव में घुसने लगा तो जान-माल की भारी क्षति हो सकती है. वन विभाग और सरकार को अविलंब इस दिशा में ठोस कदम उठाना चाहिए, ताकि हाथियों को गांव में घुसने से रोका जा सके.

यह भी पढ़ें: खूंटी वन प्रमंडल क्षेत्र में गजराज का आतंक! सोनाहातू में जंगली हाथी ने ली एक बुजुर्ग की जान, तीन माह में अब 6 की मौत

यह भी पढ़ें: बोकारो में जंगली हाथी का आतंकः हमले में दो महिला समेत तीन की मौत

यह भी पढ़ें: रांची में लगातार हाथियों के हमले को लेकर वन विभाग की लोगों से अपील, सुबह और देर रात घरों में ही रहने के निर्देश

बोकारो के गांवों में घुसे जंगली हाथी

बोकारो: जिले के कसमार प्रखंड के हिसीम और खुदीबेड़ा गांव में अचानक जंगली हाथियों का झुंड झुस गया. इससे पूरे गांव में अफरा-तफरी मच गई. झुंड में करीब 32 हाथी बताए जा रहे हैं, जो अलग-अलग समूहों में बंटे हुए हैं. इस दौरान हाथियों के झुंड ने खुदीबेड़ा समेत आसपास के कई गांवों के ग्रामीणों की गेहूं व अन्य फसलों को रौंदकर नष्ट कर दिया.

ग्रामीणों के अनुसार, हाथियों का झुंड शनिवार सुबह करीब 9:00 बजे हिसीम-केदला और सेवती के घने जंगल के रास्ते गांव में घुस आया. कुछ देर बाद झुंड खुदीबेड़ा पहुंच गया और गांव के किनारे खेतों में लगी फसलों को रौंदने लगा. हाथियों ने खुदीबेड़ा के छोटू राम महतो, राजन महतो व अजीत महतो की करीब दो एकड़ की गेहूं की फसल को रौंद कर नष्ट कर दिया. इसके अलावा एक दर्जन से अधिक ग्रामीणों की भी फसल छिटपुट रूप से नष्ट हो गयी है.

खुदीबेड़ा के ग्रामीणों ने बताया कि करीब 10 साल बाद दिनदहाड़े जंगली हाथियों का झुंड गांव में घुसा है. इससे गांव में डर का माहौल कायम हो गया है. निकटवर्ती सिंहपुर और पिरगुल में भोक्ता पर्व के आयोजन होने के कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा था. हाथियों के झुंड से उनमें भी दहशत का माहौल है.

हिसीम के लालू महतो ने बताया कि हिसीम के महादेव बेड़ा के पास सड़क किनारे हाथियों का एक समूह डेरा डाले हुए था. इस कारण ग्रामीणों का आवागमन काफी कम रहा.

इधर, सिंहपुर पूजा समिति द्वारा बार-बार माइकिंग के माध्यम से श्रद्धालुओं को सचेत किया जा रहा था. घटना की सूचना पाकर वनकर्मी ठाकुरदास महतो मौके पर पहुंचे और गांव में घूम-घूम कर क्षति का जायजा लिया. ठाकुरदास महतो ने बताया कि क्षति की जानकारी विभाग के अधिकारियों को दे दी गयी है.

संयुक्त ग्राम वन प्रबंधन समिति खुदीबेड़ा के अध्यक्ष अधीरचंद्र चक्रवर्ती ने दिनदहाड़े हाथियों के झुंड के गांव में घुसने पर चिंता जतायी है. उन्होंने कहा कि अगर इसी तरह दिनदहाड़े हाथियों का झुंड गांव में घुसने लगा तो जान-माल की भारी क्षति हो सकती है. वन विभाग और सरकार को अविलंब इस दिशा में ठोस कदम उठाना चाहिए, ताकि हाथियों को गांव में घुसने से रोका जा सके.

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Last Updated : Apr 14, 2024, 2:16 PM IST
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