रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव के फाइनल फेज के मतदान से पहले सीएम हेमंत सोरेन ने बड़ी घोषणा की है. सीएम हेमंत ने झारखंड के सर्वोच्च पुरस्कार का नाम बदलने की घोषणा की है. इस अवार्ड का नाम बदलकर 'भगवान बिरसा मुंडा - भगवान सिदो-कान्हू पुरस्कार' किया जाएगा.
सीएम हेमंत सोरेन ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट कर लिखा कि झारखंड में फिर से अबुआ सरकार बनने के बाद उस सरकार की पहली कैबिनेट में झारखंड के सर्वोच्च पुरस्कार का नाम बदलकर 'भगवान बिरसा मुंडा - भगवान सिदो-कान्हू पुरस्कार' होगा.
'भगवान बिरसा मुंडा - भगवान सिदो-कान्हू पुरस्कार' होगा झारखण्ड के सर्वोच्च पुरस्कार का नाम।
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) November 16, 2024
आपकी अबुआ सरकार की पहली कैबिनेट का यह पहला फैसला होगा।
झारखण्ड के वीर शहीद अमर रहें!
जय झारखण्ड!
दरअसल, 15 नवंबर को धरती आबा बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती मनाई गई. इस मौके पर केंद्र सरकार की ओर से उस दिन बड़ी घोषणा की गई. पीएम मोदी ने बिहार के जमुई में आयोजित कार्यक्रम के जरिए देश भर के आदिवासियों को 6640 करोड़ की सौगात दी. वहीं भगवान बिरसा मुंडा के नाम पर चांदी का सिक्का और डाक टिकट जारी किया.
इसके साथ ही देश की राजधानी नई दिल्ली के सराय काले खां चौक का नाम बदलकर बिरसा मुंडा चौक किया. चौक बदलने के नाम को लेकर हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार की आलोचना भी की. उनका कहना था कि एक छोटे से चौक का नाम बदलकर भगवान बिरसा के नाम पर रखना धरती आबा का अपमान है. सरकार को अगर करना ही था तो कोई और सम्मान देती. अब इसी के बाद हेमंत सोरेन ने सर्वोच्च पुरस्कार का नाम बदलने की घोषणा की है.
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